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सिर तन से जुदा: डॉक्टर को मिली थी धमकी, अब खुल गई पोल

jantaserishta.com
18 Sep 2022 11:02 AM GMT
सिर तन से जुदा: डॉक्टर को मिली थी धमकी, अब खुल गई पोल
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान
पुलिस का कहना है कि वो डॉ. अकेला के खिलाफ धारा 182 के तहत कार्रवाई करेगी।
गाजियाबाद: हिन्दू संगठन से जुड़े डॉ. अरविंद वत्स अकेला को यूएएस के नम्बर से सिर कलम करने की धमकी मिलने की घटना का पुलिस ने खुलासा करने का दावा किया है। पुलिस के दावे से कई चौंकाने वाली बातों का पता चला है। पुलिस के मुताबिक, डॉ. अकेला ने लोकप्रियता पाने के लिए खुद ही एक साजिश रची थी। इसके लिए उन्होंने इंटरनेट से वर्चुअल नम्बर का इस्तेमाल करने वाले अपने एक जानकार से व्हाट्सएप कॉल पर हुई बातचीत को आधार बनाया था। अब पुलिस का कहना है कि वो डॉ. अकेला के खिलाफ धारा 182 के तहत कार्रवाई करेगी।
याद दिला दें कि कुछ दिनों पहले डॉक्टर अरविंद वत्स अकेला ने दावा किया था कि उन्हें फोन पर किसी अज्ञात शख्स ने धमकी दी थी कि उनका हश्र कन्हैयालाल और उमेश कुमार की तरह होगा। एक न्यूज चैनल से बातचीत में डॉक्टर का दावा था कि फोन करने वाले से उनकी 5 मिनट 2 सेकेंड तक बातचीत हुई थी। अकेला ने कहा था कि 1 सितंबर की रात 11 बजे के बाद फोन आया था। मैंने उसको नहीं उठाया। इस फोन नंबर में लगी डीपी को जब मैंने चेक किया तो उसमें कोई नकाब पहने हुए शख्स की तस्वीर थी, तो मैंने नहीं उठाया। अगले दिन 2 सितंबर को उसका फोन आया था। मेरी लगभग 5 मिनट 2 सेकेंड उससे बातचीत हुई थी।
डॉक्टर अरविंद वत्स अकेला ने बताया था, 'जैसे ही मैंने उन्हें फोन उठाया तो उन्होंने कहा कि डॉक्टर अकेला बोल रहे हो। मैंने कहा, हां..तो इसके बाद उसने कहा कि मैं तुम्हें कन्हैया कुमार और उमेश कुमार के पास भेज रहा हूं। तो मैंने बोला कि क्या बात हो गई। इस पर उसने कहा कि तुम हिंदू संगठन की बात करते हो। मैं देखता हूं कि तुम्हारा मोदी, धोधी, योगी और यति नरसिंहानंद जो तेरा गुरु है वो खुद बिल में दुबका पड़ा है। तेरे को क्या बचाएगा। हमने तुम्हारी सारी रेकी कर ली है। हमें पता है कि तू कहां रहता है, क्या करता है और कहां जाता है। गुस्ताख-ए-रसूल की एक ही सजा सर तन से जुदा।'
गाजियाबाद के डॉक्टर अरविंद वत्स को आए व्हाट्सएप कॉल में कहा गया था कि तेरी रेकी कर रहे है। वहीं इस मामले में सिहानीगेट थाना क्षेत्र में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। हालांकि पुलिस द्वारा दर्ज की गई शिकायत में किसी व्यक्ति का नाम नहीं दिया गया था। ये एफआईआर अज्ञात के खिलाफ दर्ज की गई थी। अब पुलिस ने दावा किया है कि चिकित्सक ने लोकप्रियता पाने के लिए खुद ही साजिश रची थी।
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