11 साल से एक डॉक्टर ने नाबालिग लड़की से संबंध बनाकर रखा और फिर दबाव में शादी भी कर ली. उन दोनों के बीच जब विवाद हुआ तो पति घर का ताला लगाकर फरार हो गया, वहीं पत्नी 12 दिन तक घर के बाहर बैठी रही. यह मामला राजस्थान के धौलपुर जिले का है.
राजस्थान के धौलपुर जिले के बसेड़ी थाना क्षेत्र के एक गांव में एक डॉक्टर की काली करतूत का मामला सामने आया है. करीब 11 साल तक रिश्तेदार की नाबालिग लड़की के साथ आरोपी डॉक्टर शारीरिक शोषण करता रहा. नाबालिग के परिजनों ने जब केस दायर किया तो जेल जाने के डर से आर्य समाज एवं सामाजिक तौर पर लड़की से शादी भी कर ली. शादी करने के बाद आरोपी डॉक्टर फिर से मुकर गया और युवती को अभी हाल ही में तलाक का नोटिस भिजवा दिया. युवती १४ नवम्बर 2020 को जब घर पहुंची तो डॉक्टर एवं उसके परिजनों ने उसके साथ मारपीट की और घर से ताला बंद कर फरार हो गए.
युवती पिछले बारह दिन से घर के दरवाजे के सामने टीनशेड में न्याय की गुहार लगाती रही. भूखी प्यासी युवती की तरफ कोई देखने वाला भी नहीं है. जब इस खबर की जानकारी आजतक रिपोर्टर को हुई तो उसने एसडीएम अनुराग भारद्वाज को मामले की जानकारी दी. इस पर तत्काल एसडीएम भारद्वाज ने तहसीलदार आशाराम और पुलिस बल के साथ मौके पर भेजा और युवती के बयान दर्ज कर घर का ताला तोड़ कर उसको घर के अंदर पहुंचाया.
पीड़िता नेहा ने अपने पति पर आरोप लगाते हुए बताया कि बसेड़ी थाना क्षेत्र के एक गांव में उसकी रिश्तेदारी है. रिश्तेदारी में शामिल होने पीड़िता वर्ष 2006 में यहां गांव में आई थी. उस समय पीड़िता नाबालिग थी. पीड़िता ने बताया कि उपेंद्र उत्तर प्रदेश के आगरा में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था और शादी का झांसा देकर वर्ष 2006 से उसके साथ उपेंद्र ने शारीरिक संबंध बना लिए. उसके बाद काफी मुश्किलों के बाद उपेंद्र ने 20 दिसंबर 2017 को आर्य समाज फरीदाबाद में शादी की थी.
शादी होने के बाद उपेंद्र ने कुछ समय तक धौलपुर में अपने निज निवास पर रखा था. उसके बाद उपेंद्र आगरा चला गया. पीड़िता ने बताया कि उपेंद्र ने न्यायालय के माध्यम से अब तलाक का नोटिस भेज दिया है. पीड़िता 14 नवंबर 2020 को अपनी ससुराल बसेड़ी थाना क्षेत्र के गांव पहुंच गई तो उसके बाद पति उपेंद्र और अन्य ससुराल वालों ने पीड़िता की पिटाई की है. पति उपेंद्र और उसके परिवार के लोग पीड़िता के गहने एवं आभूषण छीन कर घर से ताला बंद कर फरार हो गए हैं. पीड़िता पिछले 12 दिन से घर के आगे टीन शेड के नीचे बैठी हुई न्याय की गुहार लगा रही थी.
तहसीलदार आशाराम ने बताया कि एक महिला 14 नवम्बर से घर के बाहर बैठी थी और उसकी शिकायत थी कि उसके पति और घरवालों ने उसे घर से बाहर बैठा दिया हैं और खुद गायब हो गए हैं और घर का ताला लगा दिया है. मैंने यहां आकर पुलिस बल को साथ लेकर घर का ताला खुलवाया और महिला को घर के अंदर बिठवाया है और खाने पीने की व्यवस्था की है. उसके पति से भी बात की जा रही है.