मेले को जिला प्रशासन ने कराया बंद, मोरबी हादसे के बाद लिया फैसला
गुजरात। मोरबी केबल ब्रिज हादसे का असर राज्य के दूसरे शहरों में भी देखने को मिल रहा है. बुधवार को सूरत के चल रहे मेले को बंद करा दिया गया. यह मेला बीते एक महीने से लगातार चल रहा था. दर्जनों झूले, सैकड़ों दुकानें यहां पर लगी हुई थीं. लेकिन अब पुलिस और प्रशासन के इस फैसले के बाद कई लोगों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा. मेले पर रोक लगने के बाद आयोजक चिराह भाई का दर्द साफ नजर आया.
चिराग ने कहा, ''हमारे पर मेला चालू रखने की परमिशन है. लेकिन पुलिस आई और मेला बंद करने की बात कही.'' जब उनसे पूछा गया कि ऐसा पुलिस ने क्यों किया. इस बात जबाव देते हुए चिराग भाई बोले ''पुलिस ने मोरबी में हुए केबल ब्रिज हादसे का हवाला दिया है. उनके इस फैसले को मानना ही पड़ेगा, हम क्या कर सकते हैं.''
बता दें कि, मोरबी में हुए ब्रिज हादसे में अब तक 135 लोगों की जान जाने की पुष्टि हो चुकी है. सैकड़ों लोगों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. परिवार के परिवार इस हादसे मे तबाह हो गए हैं. एक व्यक्ति के परिवार के छह लोगों की जान इस हादसे में गई है. ऐसे ही कई परिवार हैं जिनके दो और उससे ज्यादा सदस्य हादसे में मारे गए हैं.
पीएम मोदी ने स्वयं मोरबी आकर घटना स्थल का मुआयना किया. साथ ही उन्होंने अस्पताल में जाकर घायलों का हाल जाना. गुजरात सरकार द्वार मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए का मुआवजा दिए जाने का घोषणा कर दी गई है. पीड़ित परिवारों का कहना है, ''इन रुपयों से क्या मरने वाले वापस आ जाएंगे ?''