10 लाख में हुई थी डील, युवती ने अपने कपड़ो अंदर छुपा रखी थी ब्लूटूथ, नकल करते गिरफ्तार
यूपी। यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में एसटीएफ नोएडा ने शनिवार को गाजियाबाद से नकल करती एक युवती समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। गाजियाबाद स्थित लोनी क्षेत्र में सीआरएस पब्लिक स्कूल में महिला अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्र के बाहर कार में बैठे सॉल्वर ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए नकल करा रहे थे। 17 फरवरी को शनिवार शाम की पाली में युवती यूपी पुलिस की लिखित परीक्षा दे रही थी। इस दौरान युवती ने अपने कपड़ो के अंदर ब्लूटूथ डिवाइस छिपाया हुआ था। कक्ष निरीक्षक द्वारा शक होने पर युवती की तलाशी लेने पर उसके अंदरुनी वस्त्रों में ब्लूटूथ डिवाइस पाया गया। 17 फरवरी को परीक्षा के प्रथम दिन तीन आरोपियों को एसटीएफ नोएडा ने गिरफ्तार किया। इसमे बुलंदशहर जनपद के गांव खंदोई निवासी राजकुमार उर्फ नीटू और मुजफ्फरनगर के बेहड़ा निवासी गुरबचन सहित गाजियाबाद में लोनी की रिया चौधरी को गिरफ्तार किया गया है।
गाजियाबाद जनपद में चल रही सभी 44 परीक्षा केद्रों पर फोन सिग्नल को रोकने के लिए जैमर लगाए गए थे। इसके बावजूद परीक्षा केंद्र के बाहर बैठे सॉल्वर जैमर को भेदकर परीक्षा केंद्र के अंदर बैठी युवती काे पेपर सॉल्व करने में मदद कर रहे थे। एसटीएफ नोएडा के अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिश्रा ने बताया कि पूछताछ में बुलंदशहर जनपद के गांव खंदोई निवासी राजकुमार उर्फ नीटू ने बताया कि वह पेपर सॉल्वर गैंग का सदस्य है और मुजफ्फरनगर निवासी गुरबचन के साथ मिलकर उसने 10 लाख रुपए में पेपर साल्व करने के लिए रिया चौधरी से सौदा किया था।
इसके लिए उनके द्वारा दो लाख रुपये एडवांस, तीन लाख रुपये परीक्षा होने के बाद दिए जाने थे, बाकी बची पांच लाख रुपये की रकम परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर दिए जाने की बात तय हुई थी। राजकुमार ने बताया कि वह स्वयं भी 2013 में यूपी पुलिस की परीक्षा दे चुका है, लेकिन असफल रहने पर उसने दोबारा से नीटू नाम से हाईस्कूल पास की और इसी नाम का आधार कार्ड बनवाकर इस बार भी परीक्षा देने वाला था। राजकुमार उर्फ नीटू रविवार को होने वाली परीक्षा में बैठने वाला था। वह खुद भी पुलिस में जाना चाहता था।
पुलिस उपयुक्त राजकुमार मिश्रा ने बताया कि राजकुमार के पास से पुलिस का फर्जी पहचान पत्र भी प्राप्त हुआ है। इस संबंध में गाजियाबाद के ट्रानिका सिटी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। इन तीनों पर एनएसए के अंतर्गत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।