प्लास्टिक थैलियों में मिली थी लाश, 288 महीने बाद कातिल गिरफ्तार
दिल्ली delhi news । दिल्ली पुलिस ने द्वारका के उत्तम नगर इलाके में एक फैक्ट्री कर्मचारी की हुई हत्या के आरोपी को 24 साल बाद पकड़ लिया है. पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि इस हत्या में शामिल एक 44 वर्षीय व्यक्ति को बिहार के नालंदा से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) सतीश कुमार ने कहा कि इस शख्स का नाम सकेंदर कुमार है जिसने तीन अन्य सहयोगियों - पप्पू यादव, मोंटू यादव और विजय के साथ मिलकर साल 2000 में अपने सहकर्मी राम स्वरूप की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी थी. Murder
crime news पुलिस अधिकारी ने कहा, 'राम स्वरूप का क्षत-विक्षत शव फैक्ट्री में प्लास्टिक की थैलियों के नीचे से बरामद किया गया था. जांच के दौरान, मंटू यादव को गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन अन्य लोग फरार रहे और उन्हें अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया था.' डीसीपी ने कहा, हाल ही में दिल्ली पुलिस को सकेंदर कुमार के ठिकाने के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके बाद उन्होंने बिहार के नालंदा के एक गांव में छापा मारा और उसे पकड़ लिया.
डीसीपी सतीश कुमार ने बताया कि पूछताछ के दौरान सकेंदर ने अपना अपराध कुबूल कर लिया है. अधिकारी के मुताबिक, उसने अन्य तीन आरोपियों के साथ हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार करते हुए कर कहा कि हत्या पप्पू यादव और पीड़ित के बीच झगड़े का नतीजा थी.सकेंदर ने खुलासा किया कि उन्होंने राम स्वरूप की गला घोंटकर हत्या कर दी और उसके शरीर को कारखाने के एक कमरे में कच्चे प्लास्टिक की परतों के नीचे छिपा दिया और कमरे को बंद कर दिया. डीसीपी के मुताबिक, सकेंदर गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली से भाग गया था कई शहरों में अपना ठिकाना बदलता रहा.पुलिस ने कहा कि कई साल तक भटकने के बाद उसने पटना में एक किराना होम डिलीवरी कंपनी में नौकरी कर ली और अपने परिवार के साथ वहीं बस गया. पुलिस ने कहा कि मामले की जांच जारी है.