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फिर बढ़ रहा कोरोना का खतरा, 14 संक्रमित बच्चे अस्पतालों में कराए गए भर्ती, मचा हड़कंप
jantaserishta.com
16 April 2022 5:18 AM GMT
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नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में कोरोना महामारी ने एक बार फिर अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। इस बार इस महामारी का असर बच्चों में अधिक देखने को मिल रहा है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 14 कोरोना पॉजिटिव बच्चे दिल्ली के निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं। उनमें से ज्यादार में कोमोरबिडिटी है। इस बार बच्चों के अधिक संक्रमित होने के चलते माता-पिता की चिंताएं बढ़ गई हैं।
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में कोविड के मामलों और संक्रमण दर में वृद्धि दर्ज की गई है। दिल्ली में शुक्रवार को कोविड-19 के 366 नए मामले सामने आए, जबकि संक्रमण दर बढ़ कर 3.95 प्रतिशत पर पहुंच गई।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में कोविड के कुल 685 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। इसमें कहा गया है कि दिल्ली के अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए 9,735 बेड्स हैं और उनमें से 51 (0.52 प्रतिशत) अभी भरे हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में गुरुवार को संक्रमण के 325 नए मामले सामने आए थे, जबकि एक भी मरीज की मौत नहीं हुई थी। वहीं, संक्रमण दर 2.39 प्रतिशत रही थी। बुधवार को, कोविड के 299 मामले सामने आए थे और संक्रमण दर 2.49 प्रतिशत रही थी।
14 #COVID19 positive children are admitted to private and govt hospitals in Delhi. Most of them have comorbidities: Official Sources
— ANI (@ANI) April 16, 2022
राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली के सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली सरकार हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। वहीं, बीते दिनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या नहीं बढ़ रही है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। अभी चिंता की कोई बात नहीं है।
जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है और सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है। हमने अपने स्वास्थ्य ढांचे को पूरी तरह से बदल दिया है। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सभी अस्पतालों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मरीजों का संपर्क में आए लोगों का पता लगा रही है। साथ ही जरूरत पड़ने पर आरटी-पीसीआर जांच भी बढ़ाई जाएगी। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए दिल्ली सरकार 'टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट' (जांच, संपर्क में आए लोगों का पता लगाने और उपचार) के सिद्धांत पर काम कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को बाहर निकलते समय मास्क पहनने और जल्द से जल्द टीका लगवाने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि इलाज से बचाव बेहतर है। जिन लोगों ने अभी तक टीका नहीं लिया है या केवल पहली खुराक ली है, उन्हें पूर्ण टीकाकरण के लिए जल्द से जल्द अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अभी घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा एक्सई वैरिएंट को "वैरिएंट्स ऑफ कंसर्न" (चिंताजनक) की सूची में शामिल नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा है कि दिल्ली में लगभग 37,000 कोविड बेड और 10,594 कोविड आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं। अगर संक्रमण फैलता है, तो सरकार ने दो सप्ताह के भीतर दिल्ली के हर वार्ड में 100 ऑक्सीजन बेड बढ़ाने की योजना बनाई है। ऐसे में, दिल्ली सरकार 65,000 बेड तैयार करने की योजना बना रही है, ताकि किसी भी व्यक्ति को आपातकालीन स्थिति में बेड की कमी का सामना न करना पड़े। जैन ने कहा कि अगर मामले फिर बढ़ेंगे तो होम आइसोलेशन की व्यवस्था लागू की जाएगी।
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