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ग्रेनो प्राधिकरण में महाभ्रष्ट पटवारी को काम से हटाया गया

Admin Delhi 1
30 July 2023 9:08 AM GMT
ग्रेनो प्राधिकरण में महाभ्रष्ट पटवारी को काम से हटाया गया
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नॉएडा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में तैनात महाभ्रष्ट पटवारी (लेखपाल) पर अनुशसन का हंटर चल गया है। प्राधिकरण के नए सीईओ रवि कुमार एनजी ने चर्चित पटवारी से सारे कामकाज छीनकर उसे मूल विभाग यानि राजस्व विभाग में वापस भेज दिया है।

विस्तार

आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में तैनात पटवारी वीपेंदर प्रताप सिंह यादव यहां पर भ्रष्टाचार का पर्यायवाची बन गया था। भ्रष्ट सरकार कर्मचारी भ्रष्टाचार करने के जितने हथकंडे अपना सकता है वह सारे हथकंडे यह पटवारी अपना रहा था। इस पटवारी के भ्रष्टाचार त्रस्त अनेक किसानों ने इसकी शिकायत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ से लेकर सीएम योगी तक की थी। किसी को भी नहीं पता कि इस भ्रष्ट लेखपाल के ​विरुद्ध कोई कार्यवाही क्यों नहीं हो रही थी। अब ग्रेटर नोएडा के नए सीईओ रवि कुमार एनजी ने कार्यवाही की है। नए CEO ने इस महाभ्रष्ट लेखपाल को काम से हटाकर उसे उसके मूल विभाग में भेजने तथा विभाग से विभागीय कार्यवाही करने की सिफारिश कर दी है।

समझे पूरा प्रकरण:

नोएडा व ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में सक्रिय वरिष्ठ पत्रकार राजेश बैरागी ने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कुख्यात लेखपाल वीपेंदर प्रताप सिंह यादव को नए सीईओ रवि कुमार एनजी ने लाईन हाजिर कर दिया है। उसके विरुद्ध कार्रवाई के लिए मूल विभाग को पत्र लिखा गया है। कार्यभार संभालने के बाद प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की घोषणा करने वाले नये सीईओ रवि कुमार एनजी ने शुरुआत कर दी है।

किसानों और आम जनता को अपने दुष्चक्रों में फंसाकर परेशान करने वाले कुख्यात लेखपाल वीपेंदर प्रताप सिंह यादव से सीईओ के निर्देश पर सारा कामकाज छीन लिया गया है। उसके विरुद्ध कार्रवाई के लिए प्राधिकरण से उसके मूल राजस्व विभाग को पत्र लिखा गया है।

उल्लेखनीय है कि उक्त लेखपाल यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण में तैनाती के दौरान भी अनावश्यक भूमि खरीद घोटाले में आरोपी रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में प्रतिनियुक्ति पर आने के साथ ही उसने किसानों और अन्य लोगों के मामलों को उलझाना शुरू कर दिया था। वह पीड़ित किसानों और दूसरे लोगों को रिश्वत से काम कराने के फायदे गिनाता था। इस संबंध में लगभग तीन महीने पहले भी पत्रकार राजेश बैरागी द्वारा उक्त लेखपाल के कारनामों को उजागर किया गया था।

इसी सप्ताह एक बार फिर उक्त लेखपाल के द्वारा लोगों को प्रताड़ित किए जाने संबंधी समाचार प्रकाशित हो रहे थे। आंदोलन कर रहे किसानों ने मुख्यमंत्री तक से उसकी शिकायत की गई थी जिसपर जांच चल रही है। उसे संरक्षण देने वाले एक एसडीएम के विरुद्ध भी जांच जारी है। सीईओ रवि कुमार एनजी ने फीडबैक लेने के बाद उक्त लेखपाल से समस्त कार्य वापस लेने और उसके विरुद्ध कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखने के निर्देश दिए।

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