कुत्तों का रंग अचानक हुआ नीला, 4 साल पहले भारत में भी हुई थी ऐसी घटना
राजधानी मॉस्को से 370 किलोमीटर पूर्व दिशा में जेरजिंस्क नाम का शहर है. सरकारी मीडिया संस्थान रिया नोवोस्ती ने रिपोर्ट की है कि यह नीला और हरा रंग कुत्तों के ऊपर नुकसानदेह रसायनों की वजह से चढ़ रहा है. ये कुत्ते एक खाली पड़े केमिकल प्लांट में मौजूद रसायनों की वजह से अपना रंग बदल रहे हैं. इस बात को लेकर कुत्तों और जानवरों के लिए काम करने वाली संस्थाएं भी अब आवाज उठा रही हैं.
द मॉस्को टाइम्स के अनुसार केमिकल प्लांट पहले प्लेक्सीग्लास और हाइड्रोसाइनिक एसिडका उत्पादन करता था. जिसकी वजह से वहां के पानी में हाइड्रोजन सायनाइड मिल गया है. यह एक बेहद जहरीला रसायन है, जो कई तरह के घातक पॉलीमर्स को आगे बढ़ाने का काम करता है. वैज्ञानिकों का मानना है कि कुत्तों के फर यानी उनके झबरीले बाल पर जिस रसायन की वजह से रंग बदला है वो कॉपर सल्फेट है. यह एक ऐसा अकार्बनिक रसायन है जिसकी वजह कुत्तों के फर का रंग बदल रहा है. इस रसायन का उपयोग कई तरह के औद्योगिक प्रक्रियाओं में होता है. हालांकि, वैज्ञानिक अभी तक यह नहीं पता कर पाए हैं कि कुत्तों पर नीला रंग चढ़ने की सही वजह क्या है. लेकिन यह कुत्तों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रहा है.