एमपी के शिवपुरी जिले में जाह्नवी नाम की छात्रा कलेक्टर के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंची थी। जाह्नवी की बातों को सुनने के बाद कलेक्टर ने उसे अपनी कुर्सी सौंप दी। उसके बाद छात्रा जाह्नवी कलेक्टर की कुर्सी पर बैठ कर सुनवाई करने लगी। साथ ही शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने छात्रा की शिकायत पर कार्रवाई भी की है। दरअसल, जाह्नवी रेडियंट आईटीआई संस्थान की छात्रा है। वह संस्थान में परीक्षा देने से वंचित रहे छात्र-छात्राओं की शिकायत लेकर पहुंची थी। कलेक्टर ने सुनवाई कर इस मामले की जांच कराए जाने के निर्देश दिए हैं। सुनवाई के दौरान ही कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने शिकायत करने आई जाह्नवी को अपनी कुर्सी पर बैठाकर एक दिन के लिए कलेक्टर बना दिया था। उसके बाद जाह्नवी कुर्सी पर बैठ कर लोगों की समस्याएं सुनने लगी।
वहीं, उन्होंने जाह्नवी को कलेक्टर के दायित्वों के बारे में जानकारी भी दी है। इससे जाह्नवी बहुत खुश महसूस कर रही थीं। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने कहा कि इस जिले में लड़कियों की शिक्षा पर बहुत काम करना है। सुनवाई के दौरान ही मेरे मन में यह विचार आया है कि बच्ची को यह मौका दिया जाए। कम उम्र में ही जिम्मेदारियों का एहसास कराना जरूरी होता है।
गौरतलब है कि छात्रों का मनोबल बढ़ाने के लिए एमपी में पूर्व में भी कई अधिकारी ऐसा करते रहे हैं। पिछले साल जबलपुर के एसपी रहे अमित कुमार सिंह ने भी 5 लड़कों को थोड़ी-थोड़ी देर के लिए एसपी बनाया था। इसके साथ ही दूसरे जिले के भी अधिकारी ऐसा करते आए हैं।