जजों की छवि को लेकर चीफ जस्टिस ने जाहिर की चिंता, छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रधान सचिव से जुड़े मामले पर हो रही थी सुनवाई
रायपुर। भारत के जजों की छवि को लेकर चीफ जस्टिस एनवी रमणा ने एक बार फिर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि सरकारें जजों की छवि धूमिल कर रही है. उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण कहा है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रधान सचिव अमन सिंह और उनकी पत्नी यास्मीन सिंह के खिलाफ आय के घोषित स्रोतों से अधिक संपत्ति मिलने के मामले में सुनवाई हो रही थी.
इस दौरान चीफ जस्टिस ने सरकारों की प्रवृत्तियों पर टिप्पणी की. वह बोले कि आजकल आए दिन सरकारें जजों की छवि धूमिल करती रहती हैं. ये दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. यह मामला उचित शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया है जिसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रमुख सचिव और उनकी पत्नी की बेनामी और अन्य संपत्ति की जानकारी देने वाले व्हिसल ब्लोअर के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की गई. राज्य सरकार ने भी इस मामले में अलग से अपील दाखिल की है.
सरकारों पर अपनी टिप्पणी के बाद सीजेआई ने सुनवाई 18 अप्रैल तक के लिए टाल दी. सीजेआई ने सरकारों और उनके अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पहले तो सिर्फ निजी संस्थाएं या पक्षकार ही कोर्ट में जजों की छवि धूमिल करने की कोशिश करते थे. लेकिन अब सरकारें ही ऐसा करने लग गई हैं. ये स्थिति ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है.