
मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा ने मंगलवार को जैविक विविधता संशोधन विधेयक, 2022 को पारित कर दिया। इसका उद्देश्य औषधीय पौधों पर अनुसंधान को बढ़ावा देना, वन उपज का लाभ स्थानीय लोगों तक पहुंचाना है।
पर्यावरण मंत्री ने पेश किया विधेयक
यह विधेयक घरेलू कंपनियों के लिए अनुपालन आवश्यकताओं को सरल बनाने के लिए जैविक विविधता अधिनियम 2002 में संशोधन करेगा। विपक्ष के हंगामे के बीच पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने विधेयक पेश किया। विधेयक आधे घंटे से भी कम समय में पारित हो गया।
संयुक्त संसदीय समिति को भेजा गया था विधेयक
केवल दो सांसदों संजय जयसवाल और अपराजिता सारंगी ने चर्चा में भाग लिया। चर्चा के बाद पर्यावरण मंत्री ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इससे औषधीय पौधों की खेती, अनुसंधान और आयुष क्षेत्र के समग्र विकास को प्रोत्साहन मिलेगा। दिसंबर 2021 में लोकसभा में पेश किए जाने के बाद इसे संयुक्त संसदीय समिति को भेजा गया था। समिति पहले ही प्रस्तावित कानून पर अपनी रिपोर्ट सौंप चुकी है।
