सांप्रदायिक टिप्पणी का मामला, पुलिस ने पूर्व विधायक को लिया हिरासत में
केरल। भड़काउ भाषण देने के मामले में केरल सरकार के पूर्व मुख्य सचेतक और सात बार के पूर्व विधायक पीसी जॉर्ज (PC George) की जमानत बुधवार को रद्द कर दी गई. इसके बाद पलारीवट्टोम पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. बता दें कि जॉर्ज जमानत पर चल रहे थे. पिछली बार कोर्ट ने सश्रत जमानत दी थी. बता दें कि जॉर्ज ने 29 अप्रैल को कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरती भाषण दिया था. कथित अभद्र भाषा मामले में जॉर्ज के खिलाफ केरल पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 ए (धर्म, जाति आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के तहत मामला दर्ज किया था.
वहीं, आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस द्वारा तिरुवनंतपुरम ले जाने के बाद पीसी जॉर्ज ने कहा कि मैंने देश के खिलाफ कुछ भी गलत नहीं किया है. मेरे मन में कानून का सम्मान है, इसलिए मैं सहयोग कर रहा हूं. उधर, केरल भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार करने से पहले अपमानजनक बयान देने वाले कुछ मुस्लिम नेताओं को गिरफ्तार किया जाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि पीसी जॉर्ज के खिलाफ कार्रवाई भेदभावपूर्ण है. बता दें कि वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक पीसी जॉर्ज ने सोमवार को केरल उच्च न्यायालय का रुख कर अपने खिलाफ दर्ज नफरती भाषण मामले में अग्रिम जमानत देने की अपील की थी. इससे कुछ दिन पहले तिरुवनंतपुरम की एक अदालत ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया था.
केरल के पूर्व कांग्रेस नेता ने अनंतपुरी हिंदू महासम्मेलन के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में आरोप लगाया था कि मुसलमानों द्वारा संचालित किए जा रहे रेस्तरां में 'नपुंसक बनाने वाली' चाय बेची जा रही है और देश पर 'कब्जा' करने की उम्मीद के साथ पुरुषों तथा महिलाओं को 'बांझ' बनाने के लिए यह किया जा रहा है. जॉर्ज ने यह भी आरोप लगाया था कि मुस्लिम भोजन में थूकने के बाद उसे परोसते हैं. कोच्चि पुलिस ने भाषण के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए 10 मई को जॉर्ज के खिलाफ मामला दर्ज किया था. जॉर्ज ने यह भाषण एर्नाकुलम जिले के वेनेला में मंदिर से संबंधित उत्सव के सिलसिले में दिया था.