नहीं पापा मुझे आठ मई को शादी नहीं करानी, क्योंकि बारात में कोरोना के चलते मेरे दोस्त नहीं जा पाएंगे। परंतु वह यह नहीं जानता था कि कोरोना का क्रूर पंजा उसको शादी वाले दिन ही अपने साथ ले जाएगा। युवक की मौत से दो परिवारों में कोहराम मच गया है। हापुड़ जिले के गढ़ नगर की दुर्गा कालोनी निवासी व्यापारी विजय का बेटा ऋषभ करीब 10 दिन पहले बीमार हो गया था। बुखार आने के बाद उसकी जांच कराई तो कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आ गई। जिसके बाद उसको हापुड़ के कोविड अस्पताल में भर्ती करा दिया था। बताया गया है कि तीन दिन पहले रिकवर होने के साथ ही उसको डॉक्टर ने घर भेज दिया था। जिसमें ऑक्सीजन के लिए सवा लाख रुपये का दिल्ली से एक यंत्र भी परिवार वाले खरीद लाए थे। परंतु रात को ही घर आने के बाद उसकी तबियत खराब हो गई। जिसके बाद उसको फिर से अस्पताल लेकर पिरजन भागे। परंतु हालत गंभीर होने के कारण उसकी आक्सीजन कम हो रही है। पिरजनों ने बताया कि रात हालत ठीक हुई तो डॉक्टर ने कहा कि जल्द ठीक करके घर भेजूंगी। लेकिन रात को 2 बजे उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
आज जाती बारात
भाई गौरव बताता है कि अप्रैल में रिश्ता हो गया था। जिसकी शादी 8 मई की तय हो गई थी। वह बताता है कि रिश्ते के बाद अचानक कोरोना के केस बढ़ गए तो ऋषभ ने कहा था कि पापा 8 मई को शादी नहीं करनी। क्योंकि अब शादी में मेरे दोस्त नहीं जा पाएंगे। लेकिन उसको क्या पता था कि 8 मई को तो कोरोना उसको हमेशा के लिए ले जाएगा।