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फाइल फोटो
श्रीनगर. अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के नेता सैयद अली शाह गिलानी (Syed Ali Shah Geelani) की बुधवार को हुई मौत के बाद उनके शव को पाकिस्तानी झंडे (Pakistan Flag) में लपेटने और कथित राष्ट्र विरोधी नारेबाजी के मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है. अफसरों ने कहा कि बडगाम पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम और आईपीसी के विभिन्न प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की है.
एक अफसर ने बताया कि पुलिस ने 1 सितंबर की रात को गिलानी के घर पर गैरकानूनी गतिविधियों को देखते हुए एफआईआर दर्ज की है. यह बात भी सामने आई है कि गिलानी की मौत के बाद उनके घर पर कुछ महिलाओं ने कथित तौर पर पुलिसकर्मियों के साथ तब हाथापाई भी की, जब उन्होंने गिलानी का शव परिवार से लेकर उसे उसकी गैरमौजूदगी में दफन कर दिया.
पुलिस ने उस वीडियो का संज्ञान लिया, जिसमें गिलानी का शव पाकिस्तानी झंडे में लिपटा दिखा था. हालांकि, जैसे ही पुलिस शव को अपने कब्जे में लेने के लिए आगे बढ़ी, दिवंगत अलगाववादी नेता के सहयोगियों ने झंडा हटा दिया.
गिलानी की लंबी बीमारी के बाद 91 साल की उम्र में बुधवार रात उनके घर पर मौत हो गई थी. उनके शव को पास की एक मस्जिद के कब्रिस्तान में दफनाया गया. गिलानी की मौत के बाद कश्मीर घाटी को बंद कर दिया गया था. उनकी मौत पर विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को भी बंद कर दिया गया था.
शुक्रवार को जब वायर्ड इंटरनेट सेवाएं बहाल की गईं तो सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए, जिनमें से एक में गिलानी का शव कथित तौर पर पाकिस्तान के झंडे में लिपटा हुआ दिखाई दे रहा था. एक अन्य वीडियो में घर में महिलाओं को गिलानी के शव को ले जाने के लिए पुलिस के कदम का विरोध करते हुए दिखाया गया है.
HARRY
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