इंसाफ के मंदिर में वर्दी वाले गुंडों का दुस्साहस: थानेदार और दरोगा ने जज पर पिस्टल तानकर पीटा, जानें मामले में अपडेट
मधुबनी: बिहार में जज के चैम्बर में पुलिसिया तांडव, जज पर पिस्टल तानी और पीट डाला... इंसाफ के मंदिर में वर्दी वाले गुंडे, मतलब बिहार में लॉ एंड ऑर्डर नाम की कोई चीज है भी या सिर्फ नाम भर का सुशासन है? वहीं इस सनसनीखेज वारदात के बाद अब पटना हाईकोर्ट ने डीजीपी एसके सिंघल को तलब कर लिया है।
मधुबनी में जज की पिटाई के मामले में पुलिस और कोर्ट आमने-सामने.
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) November 19, 2021
HC ने स्वतः संज्ञान लेते हुए होम सेक्रेटरी, DGP और SP को नोटिस जारी किया है, DGP को रिपोर्ट के साथ 29 नवंबर को कोर्ट में हाजिर रहने को कहा है.
पुलिस मेंस एसोसिएशन ने जज पर मारपीट का आरोप लगाते हुए FIR की मांग की है. pic.twitter.com/DihjHrndA3
बताया जा रहा है कि अगर हंगामे की आवाज सुनकर वकील न दौड़े होते तो पता नहीं क्या से क्या हो जाता। बताया जा रहा है कि चैम्बर से शोर की आवाज सुनकर वकील उधर दौड़े और जज साहब को थानेदार और दारोगा से मुक्त कराया। इसके बाद आक्रोशित वकीलों ने थानेदार और दारोगा को कोर्ट परिसर में ही बंधक बना लिया।अब इस घटना को लेकर विपक्षी RJD ने भी नीतीश सरकार पर हमला बोल दिया है।
दरअसल, एडीजे प्रथम अविनाश कुमार ने एक मामले में घोघरडीहा थाना प्रभारी गोपाल कृष्ण यादव को कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहा था। गुरुवार की दोपहर सवा दो बजे के करीब लंच टाइम हुआ था। जज साहब कोर्ट से उठकर अपने चैम्बर में चले गए थे। तभी घोघरडीहा थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण यादव और उनके साथ सब-इंस्पेक्टर अभिमन्यु कुमार सिंह जज साहब के चैम्बर में घुसे और गाली गलौच करते हुए मारपीट करने लगे। शोर सुनकर वकील चैम्बर की ओर दौड़े।
झंझारपुर कोर्ट के वरीय अधिवक्ता और बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष बलराम साहू और अरुण कुमार झा ने बताया कि जब वो लोग चैम्बर में पहुंचे तो देखा कि एडीजे प्रथम अविनाश कुमार पर सर्विस रिवॉल्वर तान रखी है। दो पुलिस वाले गाली-गलौज करते हुए उनके साथ मारपीट कर रहे हैं।दोनों पुलिस वालों की पहचान उनकी वर्दी पर लगी नेम प्लेट से हुई। इसमें एक एक घोघरडीहा थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण यादव और दूसरा सब-इंस्पेक्टर अभिमन्यु कुमार सिंह था।
माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने विधानसभा सदन के अंदर बिहार पुलिस अर्थात् जेडीयू पुलिस से माननीय विधायकों और पत्रकारों को पिटवाने के बाद पुलिस से न्यायालय में जजों के चेंबर में अब न्यायाधीशों को पिटवा रहे है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 18, 2021
सुशासनी एनडीए सरकार से इससे ज़्यादा और क्या मंगलराज चाहिए आपको? pic.twitter.com/EdFLBIYSRt