दिल्ली। दिल्ली के कंझावला में लड़की को कार से 12 किलोमीटर तक घसीटने की खबर ने राजधानी को हिलाकर रख दिया था. अब शनिवार 1 अप्रैल को दिल्ली पुलिस इस मामले में चार्जशीट फाइल करने जा रही है. जिसमें सात आरोपियों के नाम शामिल किए गए हैं. पुलिस हत्या की धारा के तहत चार्जशीट फाइल करने जा रही है. इसके अलावा इसमें सबूत मिटाने की धारा 201 भी लगाई गई है.
पुलिस ने अपनी चार्जशीट में कुल 7 आरोपियों में से चार के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया है. यह 4 लोग वो हैं, जो दुर्घटना के वक्त गाड़ी के अंदर थे मौजूद थे. इनके नाम अमित खन्ना, कृष्णा, मिथुन और मनोज मित्तल हैं. सूत्रों के मुताबिक पुलिस के हाथ कुछ ऐसे महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज लगे हैं, जिनसे यह बात साफ होती है कि दुर्घटना के स्पॉट के कुछ ही दूरी पर आरोपियों को पता लग गया था कि अंजलि उनकी कार के नीचे फंसी है. उन्होंने कार रोकी, नीचे देखा और फिर अंजलि को बचाने की कोशिश नहीं की. साथ ही वापस कार में बैठकर वहां से भागने लगे. इसी वजह से पुलिस ने कार में बैठे सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था.
इसके अलावा इस वक्त कुल पांच आरोपी जेल में हैं. इन चार के अलावा जो पांचवा शख्स जेल में है, उसका नाम दीपक खन्ना है. पुलिस के मुताबिक दीपक ने साजिश के तहत दिल्ली पुलिस से झूठ बोला था कि हादसे के वक्त वह गाड़ी चला रहा था, जबकि जांच के दौरान पुलिस को पता लगा कि गाड़ी में 5 नहीं बल्कि सिर्फ चार सवार लोग थे और दीपक ने झूठ सिर्फ इसलिए बोला था क्योंकि कार चले रहे आरोपी के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है और दीपक के पास लाइसेंस था. केस में जिन दो लोगों को जमानत मिल गई है, उनके नाम आशुतोष और अंकुश है. मामले में अंजली की दोस्त निधि मुख्य गवाह बनाई गई है. जिसका धारा 164 का बयान दर्ज हो चुका है. इसके पुलिस को गाड़ी के पीछे लाश लटकने की सूचना देने वाला दीपक को भी गवाह बनाया गया है.