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कानपूर: उत्तर प्रदेश के मथुरा-वृंदावन में बंदरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. रविवार को वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में हुए हादसे की जांच करने जिला अधिकारी (DM) नवनीत सिंह चहल पहुंचे, तभी एक बंदर उसका चश्मा छीन ले गया. बंदर ने चश्मा छुड़ाने में अधीनस्थ अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए. कड़ी मशक्कत के बाद बंदर को फ्रूटी देकर जैसे-तैसे चश्मा छुड़ाया जा सका.
दरअसल, वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के पास स्थित एक संकरी गली में डीएम नवनीत सिंह चहल हादसे से संबंधित छानबीन कर रहे थे. इस दौरान वह अधिकारियों से हादसे को लेकर बात करने लगे, ताी उसी समय अचानक एक शरारती बंदर जिलाधिकारी का चश्मा लेकर भाग खड़ा हुआ.
डीएम का चश्मा जब बंदर ले गया तो इस दौरान अफरा-तफरी मच गई. बंदर जिला अधिकारी का चश्मा लेकर इधर-उधर उछलता-कूदता रहा. काफी मशक्कत के बाद बंदर ने जिलाधिकारी का चश्मा छोड़ा. बंदर से जिलाधिकारी के चश्मा छुड़ाने में अधिकारियों के पसीने छूट गए. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
इस वाकए को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने चुटकी ली है. यादव ने ट्विटर पर लिखा, ''बंदर ने सोचा जब भाजपा के शासन में प्रशासन को चश्मा लगाकर भी कुछ नहीं दिखता है तो चश्मे का क्या काम.'' इसी के साथ अखिलेश यादव ने वीडियो भी शेयर किया है.
बता दें कि मथुरा के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर परिसर में जन्माष्टमी के मौके पर भारी भीड़ की वजह से घुटन के चलते दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि 6 घायल हो गए थे. मंगला आरती के दौरान यह हादसा हुआ था. पुुलिस ने कहा था कि निकास द्वार पर भीड़ होने से जाम हो गया था, जबकि प्रवेश द्वारों से भी भीड़ लगातार आ रही थी. अचानक भीड़ बढ़नेे से घुटन और बेचैनी हुई और लोग बेहोश हो गए. इसी घटना की जांच करने जिलाधिकारी पहुंचे थे.
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