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पटना: बिहार में लागू पूर्ण शराबबंदी का कड़ाई से पालन कराने के लिए शासन और प्रशासन की ओर से नए-नए तरीके इस्तेमाल किए जा रहे हैं तो वहीं शराबी भी कम नहीं हैं. शराबी भी अब जीवन रक्षक दवाओं में नशे की तलाश करने लगे हैं. दरभंगा के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल DMCH में तीन नशेड़ियों ने बेहोशी का इंजेक्शन देने की मांग करते हुए हंगामा कर दिया.
दवा काउंटर पर तैनात स्वास्थ्यकर्मी ने बिना डॉक्टर की पर्ची दिखाए इंजेक्शन देने से मना कर दिया तो नशेड़ी गोली मारने की धमकी देने पर उतारू हो गए. नशेड़ियों ने दवा काउंटर के अंदर जबरदस्ती घुसकर बेहोशी का इंजेक्शन ले भी लिया और आराम से निकल गए.
जानकारी के मुताबिक, घटना दो दिन पहले की है. पूरी घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी में कैद भी हो गई है. सीसीटीवी फुटेज सामने के बाद अस्पताल अधीक्षक के आदेश पर बेंता थाने में नशेड़ियों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करा दी गई है. अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर हरिशंकर मिश्रा ने घटना की पुष्टि की है.
अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर हरिशंकर मिश्रा ने बताया कि नशेड़ी देर रात बेहोशी के इंजेक्शन के लिए दवा काउंटर पर पहुंच गए. उनके पास इस इंजेक्शन के लिए डॉक्टर की पर्ची भी नहीं थी. दवा काउंटर पर तैनात स्वास्थ्यकर्मी ने इंजेक्शन देने से इनकार किया तो नशेड़ियों ने अस्पताल के डॉक्टर से दिखाया और एक पर्ची कटवा कर खुद अपने हाथ से नशे वाले इंजेक्शन का नाम लिखकर जबरन दवा देने की मांग को लेकर हंगामा कर दिया.
उन्होंने आगे बताया मरीजों की सुविधा के लिए गायनिक विभाग में दवा काउंटर 24 घंटे खुला रहे, इसके लिए बाहर ही काउंटर स्थापित किया गया है. ताकि मरीजों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो लेकिन अस्पताल में बढ़ता शराबियों का आतंक चिंता का सबब बन गया है.
इस मामले में दरभंगा शहर के SDPO अमित कुमार का कहना है कि नशेड़ियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. जल्द ही सभी आरोपियों को गिराफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि रात में नशेड़ी करीब 2 से 3 घंटे तक हंगामा करते रहे और लोगों को डराते रहे लेकिन किसी ने भी उस समय पुलिस को सूचना नहीं दी.
एसडीपीओ ने आम लोगों से इस तरह के मामलों में पुलिस को तुरंत सूचना देने की अपील की. उन्होंने कहा कि इससे ऐसे लोगों को मौके से ही पकड़ लिया जाएगा. इससे कई बार घटना को टाला भी जा सकता है.
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