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नई दिल्ली (आईएएनएस)| आतंकवाद और इसके वित्तपोषण को लेकर भारत सरकार पूरी तरह गंभीर है। इस मुद्दे पर शुक्रवार से दो दिनों के लिए 78 देशों का एक वैश्विक सम्मेलन नो मनी फॉर टेरर दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। इसको लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के डीजी दिनकर गुप्ता का कहना है कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए क्राउडफंडिंग कर पैसा आतंकी गतिविधियों में लगाया जा रहा है और इसमें बढ़ोत्तरी भी हो रही है।
एनआईए के डायरेक्टर जनरल दिनकर गुप्ता ने बताया कि कई मामलों में ऐसे सबूत मिले हैं, जहां सोशल मीडिया के जरिए क्राउडफंडिंग की जा रही है। इन पैसों का इस्तेमाल फिर आतंकवाद फैलाने के लिए किया जा रहा है। यही वजह है वैश्विक सम्मेलन में इसे एक मुख्य एजेंडा बनाया गया है। ऐसे मामलों पर लगाम लगाने के लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए, इसपर चर्चा की जाएगी।
दिनकर गुप्ता ने बताया कि पंजाब में खालिस्तानी और कश्मीर में आतंकवादी संगठनों को हो रही फंडिंग भारत के लिए एक बड़ा मुद्दा है। उन्होंने बताया कि भारत के पास पुख्ता सबूत हैं कि हवाला और अन्य चैनलों के माध्यम से पैसा इनको पहुंच रहा है। कैश कोरियर और क्राउडफंडिंग इसमें मुख्य हैं। एनआईए प्रमुख ने कहा कि नो मनी फॉर टेरर सम्मेलन में इन मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
गौरतलब है कि नो मनी फॉर टेरर मंत्रिस्तरीय सम्मेलन 18-19 नवंबर को दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। इसमें 78 देशों के प्रतिनिधि शामिल होकर आतंकवाद और आतंकवाद के वित्तपोषण पर चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
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