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किरायेदार भाइयों ने मकान मालिक को उतारा मौत के घाट, फैली सनसनी

Shantanu Roy
14 Aug 2024 2:00 PM GMT
किरायेदार भाइयों ने मकान मालिक को उतारा मौत के घाट, फैली सनसनी
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जांच में जुटी पुलिस
Lucknow. लखनऊ। लखनऊ के आशियाना इलाके में मकान मालिक की दो किराएदार भाईयों ने हत्या कर दी। बाइक से शव ले जाकर 10 किमी दूर इंदिरा नहर में फेंक दिया। किराएदारी को लेकर मकान मालिक और किराएदार के बीच तीन साल से विवाद था। मोबाइल लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंची। दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। मृतक वीरेंद्र नरूला लखनऊ में कॉस्मेटिक कारोबारी थे। पुलिस रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है।

आशियाना एल्डिको उद्यान प्रथम हरमनी कॉलोनी निवासी वीरेंद्र नरूला अपनी पत्नी अमला के साथ रहते हैं। उनके बेटे सिद्धार्थ और गौरव पास में ही बने अपने-अपने घर में रहते हैं। वीरेंद्र का एक मकान रामनगर में है, जिसमें हरिवंश सिंह अपनी पत्नी बलजीत कौर और बेटे सुखविंदर उर्फ विक्की व अजीत उर्फ टीटू के साथ 14 सालों से किराए पर हैं। किराएदारी को लेकर करीब तीन साल से वीरेंद्र और हरिवंश के बीच विवाद चल रहा है। रविवार को दिन में दो बजे वीरेंद्र अपनी बाइक से किराया लेने गए थे। लेकिन घर नहीं लौटे। बेटे सिद्धार्थ ने मोबाइल स्वीच ऑफ होने पर पुलिस को सूचना दी थी।

आशियाना पुलिस ने किराएदार हरिवंश के दोनों बेटों सुखविंदर और अजीत को हिरासत में लेकर पूछताछ किया। दोनों ने बताया कि वीरेंद्र घर आए थे। हम दोनों भाईयों से उनकी लड़ाई हुई। चोट लगने से वो बेहोश हो गए। घर पर ही दम तोड़ दिया। हम दोनों भाइयों ने शव को ले जाकर इंदिरा नहर में फेंक दिया। पुलिस को व्यापारी वीरेंद्र के मोबाइल की लास्ट लोकेशन उनके पुराने घर की मिली। कैमरे में दिखा कि दोनों आरोपी वीरेंद्र के साथ बाहर खड़े थे। उन्हें लेकर घर के भीतर गए, लेकिन वीरेंद्र कमरे के बाहर नहीं आए। आशियाना इंस्पेक्टर छत्रपाल सिंह ने बताया कि हिरासत में दोनों आरोपी बार-बार बयान बदल रहे थे।

कभी कहते वीरेंद्र नरूला यहां आए थे। कभी बताया कि आकर चले गए थे। कई बार कहा कि उन्हें कुछ जानकारी ही नहीं है। सख्ती से पूछताछ की तो दोनों ने हत्या की बात को कबूल की। घर में लगे सीसीटीवी में वारादात की फुटेज कैद हो गई। आरोपियों ने घटना के बाद सीसीटीवी की फुटेज डिलीट कर दिया। पुलिस जब मौके पर पहुंची और सीसीटीवी खंगाला, फुटेज नहीं मिले। जिसके बाद हत्या की बात पुख्ता होने लगी। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि आरोपियों की वीरेंद्र से लड़ाई हुई थी। वीरेंद्र के सिर पर हमला किया, वो बेहोश हो गए, बाद में दम तोड़ दिया। दोनों भाईयों ने मकान मालिक के शव को करीब 12 घंटे तक छिपाए रखा। घटना स्थल से खून साफ किया। उसके बाद सोमवार तड़के शव को बाइक से गोसाईंगंज से गुजरी इंदिरा नगर में फेंक आए।
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