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तेलंगाना सरकार ने उत्तर प्रदेश से आलू की खरीद पर लगाई रोक, लेकिन क्यों असदुद्दीन ओवैसी आ गए निशाने पर?

jantaserishta.com
2 Jan 2022 5:28 AM GMT
तेलंगाना सरकार ने उत्तर प्रदेश से आलू की खरीद पर लगाई रोक, लेकिन क्यों असदुद्दीन ओवैसी आ गए निशाने पर?
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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आंच तेज हो गई हैं। सरकार सहित विपक्ष के नेता चुनाव प्रचार के लिए कमर कस चुके हैं। इसी बीच तेलंगाना सरकार ने उत्तर प्रदेश से आलू की खरीद पर रोक लगा दी है। इधर तेलंगाना सरकार ने यह कदम उठाया, उधर उत्तर प्रदेश में असदुद्दीन ओवैसी इस फैसले को लेकर चर्चा में आ गए। यह सब तब हुआ जब सूबे में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं और ओवैसी भी उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार करने आ चुके हैं।

दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी तेलंगाना सरकार का समर्थन कर रहे हैं और इसी के आधार पर आलू उत्पादक किसान समिति आगरा के महासचिव आलमगीर ने सवाल उठाया कि तेलंगाना की सरकार और उसके फैसले का समर्थन करते हुए ओवैसी यूपी में किस हक से वोट मांग सकते हैं। इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि आलमगीर का अनुमान है कि उतर प्रदेश से रोज करीब 100 ट्रक आलू तेलंगाना जाता है। एक ट्रक में 50 किलो आलू के लगभग 500 बोरे होते हैं।
आलमगीर ने यह भी बताया कि इनमें में भी करीब 50-60 ट्रक तो आगरा से ही जाते हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग ओवैसी से नाराज हैं क्योंकि वह उस सरकार का समर्थन करते हैं जिस सरकार ने आलू की सप्लाई पर रोक लगा दी। आलमगीर ने कहा कि हम इस फैसले का समर्थन नहीं कर सकते हैं क्योंकि इस फैसले ने हमारे पेट पर लात मार दिया है।
उधर तेलंगाना के कृषि मंत्री एस निरंजन रेड्‌डी ने अपनी सरकार के फैसले किया है। रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि उन्होंने बताया है कि उत्तर प्रदेश के किसान जो आलू हमें भेज रहे थे, वह कोल्ड स्टोरेज में रखा हुआ पिछले साल का आलू है। जब हमारे किसानों की ही उगाई ताजा फसल ही हमारे पास उपलब्ध हो चुकी है, तो हम उनका वह पुराना आलू क्यों लें।
बता दें कि तेलंगाना के अलावा महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक में भी उत्तर प्रदेश का आलू जाता है। उत्तर प्रदेश से रोज आलू के कुल करीब 700-800 ट्रक निकलते हैं। इनमें से लगभग तीन-चौथाई दक्षिण के इन्हीं राज्यों में जाते हैं।

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