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तेलंगाना: विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में ईडी की पूछताछ को चुनौती देंगे बीआरएस विधायक
jantaserishta.com
25 Dec 2022 4:41 PM GMT
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हैदराबाद: विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में भाजपा नेताओं का पदार्फाश करने पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के जरिए झूठे मामले में फंसाने का आरोप लगाते हुए भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के विधायक पायलट रोहित रेड्डी ने रविवार को कहा कि वह केंद्रीय एजेंसी द्वारा पूछताछ के खिलाफ तेलंगाना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। बीआरएस के चार विधायकों को खरीदने के कथित प्रयास के मामले में शिकायतकर्ता विधायक ने हैरानी जताई कि ईडी शिकायतकर्ता से पूछताछ क्यों कर रही है, आरोपी से क्यों नहीं कर रही है।
रोहित रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें इसलिए निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि जिन आठ राज्यों में सरकारें गिराई गईं, उनमें से किसी में भी भाजपा को प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा।
उन्होंने कहा, "जबसे मैंने उन्हें तेलंगाना में बेनकाब किया है, वह मुझे झूठे मामले में फंसाकर और मेरे परिवार के सदस्यों को परेशान करके मुझे निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं।"
कथित मनी लॉन्ड्रिंग के लिए पिछले हफ्ते ईडी द्वारा दो बार पूछताछ की गई, रोहित रेड्डी ने दावा किया कि केंद्रीय एजेंसी आरोपियों में से एक नंदू कुमार से मनगढ़ंत बयान दर्ज करके उन्हें फंसाने की कोशिश करेगी। शहर की एक अदालत ने शनिवार को ईडी को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बीआरएस विधायकों के अवैध शिकार मामले के आरोपियों में से एक नंदू कुमार का बयान दर्ज करने की अनुमति दी।
नंदू कुमार फिलहाल चंचलगुडा सेंट्रल जेल में बंद है। रेड्डी ने कहा, "चाहे आप कितनी भी समस्याएं खड़ी कर लें, आप मेरे परिवार के सदस्यों को डराते हैं, मेरी व्यक्तिगत छवि को धूमिल करते हैं, नोटिस देते हैं, मामले दर्ज करते हैं और यहां तक कि मुझे गिरफ्तार भी करते हैं, तो भी मैं नहीं झुकूंगा।"
रोहित रेड्डी ने कहा, "पहले दिन ईडी ने नहीं बताया कि किस मामले में मुझे समन किया गया है। बिना मुझे मामले की जानकारी दिए उन्होंने मुझसे अपना बायोडाटा देने को कहा। पहले दिन उन्होंने मुझे मामले के विवरण के बारे में बताए बिना छह घंटे तक बिठाया। जब मैंने दूसरे दिन पूछा, तो उन्होंने कहा कि मुझे विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में बुलाया गया। साथ ही रेड्डी ने इस बात से इनकार किया कि मामले में कोई मनी लॉन्ड्रिंग थी।"
उनका मानना है कि ईडी के नोटिस उन्हें झुकने के लिए मजबूर करने के लिए दिए गए थे। उन्होंने कहा, "यह अजीब है कि ईडी मुझसे पूछताछ कर रही है जबकि मैं इस मामले में शिकायतकर्ता हूं। रोहित रेड्डी ने कहा कि हालांकि अभिषेक अवुला का मामले से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन ईडी ने उन्हें तलब किया और पूछताछ की। अभिषेक का विधायक के भाई से आर्थिक लेन-देन था।"
उन्होंने कहा कि चूंकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है, इसलिए वह ईडी के नोटिस के जवाब में उसके सामने पेश हुए। उन्होंने पूछा कि बीएल संतोष और तुषार वेल्लापल्ली सहित भाजपा नेता विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के समक्ष पेश क्यों नहीं हो रहे हैं।
उन्होंने दोहराया कि भाजपा ईडी, सीबीआई और आईटी का इस्तेमाल बीआरएस विधायकों और मंत्रियों को निशाना बनाने और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और बीआरएस सरकार की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाने के लिए कर रही है।
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