बिहार। आरजेडी (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे और विधायक तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के बयान से बिहार (Bihar Politics) में फिर से सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. तेज प्रताप यादव ने कहा है कि अगर बिहार को आगे बढ़ाना है तो जेडीयू (JDU) को साथ लाना होगा. जेडीयू को साथ लाने पर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के आउटगोइंग-इनकमिंग वाल बयान पर बड़ा भाई तेज प्रताप ने कहा कि सबको साथे लेकर चलना चाहिए. इसके अलावा तेज प्रताप ने कहा कि अगर आरजेडी औऱ जेडीयू एक साथ आती है तो भी तेजस्वी यादव ही बिहार के सीएम होंगे.
जानकारी के अनुसार एक न्यूज चैनल के साथ बात करते हुए तेजप्रताप ने सीएम नीतीश कुमार को लेकर कहा कि अब चाचाजी बूढ़े हो गए हैं. तेज प्रताप ने आगे कहा कि खऱमास के बाद बिहार में जबरदस्त खेला होगा औऱ बीजेपी, आरएसएस की आखें फटी की फटी रह जाएगी. कुछ दिन पहले आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी जेडीयू को खुला ऑफर दिया था कि वे जाति आधारित जनगणना के मामले पर उनकी पार्टी जेडीयू के साथ है, वो बेफिक्र होकर आगे बढ़े. इसके बाद से कयास लगने लगे हैं कि क्या बीजेपी और जदयू का गठबंधन टूटकर राजद और जदयू के बीच फिर से जोड़ होगा. जगदानंद सिंह द्वारा जातिगत जनगणना के मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार को आमंत्रित करने के अगले दिन तेजस्वी यादव ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर जेडीयू नेता सिर्फ नौटंकी कर रहे हैं. राज्य सरकार टालमटोल की नीति अपना रही है. सर्वदलीय बैठक के बहाने मुद्दे को उलझाया जा रहा है. तेजस्वी ने नीतीश कुमार के साथ सरकार बनाने की बात से भी इंकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि पता नहीं ये बात कहां से आ रही है. मैंने कई बार कहा है कि ऐसा सवाल बेमानी है.
जातीय जनगणना को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं सिंगल से शादीशुदा हो गया और अब तक बैठक नहीं बुलाई गई. नीतीश कुमार हमेशा से राजनीतिक बैसाखी वाले मुख्यमंत्री हैं. इतने कमजोर मुख्यमंत्री हैं कि एक निर्णय नहीं ले पा रहे हैं. वे डरपोक मुख्यमंत्री हैं. वहीं कमजोर मुख्यमंत्री कहने पर जेडीयू ने पलटवार किया है और कहा है कि 2005 से नीतीश कुमार लालू जी को पटखनी दे रहे हैं. दे पटखा.. दे पटखा… तेजस्वी तो उनके बेटे ही हैं.