उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में छेड़छाड़ और मारपीट की शिकार हुई एक किशोरी ने आईजी की गाड़ी को रास्ते में रोक लिया और हाथ जोड़कर रो-रो कर अपने साथ हुई ज्यादती की कहानी सुनाकर स्थानीय पुलिस की कार्यशैली की शिकायत की. आइजी के आदेश के बाद कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. किशोरी ने बीते गुरुवार को कोतवाली पहुंच गांव के ही युवक पर छेड़खानी का आरोप लगाया गया था. उसने बताया कि वह मां और चाची के साथ खेत पर काम करने गई थी. दोपहर बाद मां और चाची के पीछे पीछे घर लौटते समय पहले से घात लगाए युवक ने रास्ता रोककर छेड़छाड़ शुरू कर दी. विरोध पर उसे घसीटकर ले जाने लगा. शोर सुनकर मां और चाची बचाने पहुंचीं तो आरोपित युवक ने तीनों को जमकर पीटा और भाग गया.
जब इस किशोरी को पता चला की बांदा के आईजी सत्यनारायण राठ आये हैं, तो पीड़िता सड़क पर खड़ी होकर उनका इंतजार करने लगी. जैसे ही आईजी की सरकारी गाड़ी निकली वैसे ही किशोरी ने कार को रोक लिया और अपनी आप बीती उन्हें बताई. आईजी सत्यनरायन ने किशोरी की बात सुनने के बाद उसका शिकायती प्रार्थना पत्र लेकर सख्त एक्शन लेने का भरोसा दिलाया है. आईजी ने फौरन मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़िता के पक्ष में एफ आई आर दर्ज करने और कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
कोतवाल केके पांडेय ने बताया कि मामला महिलाओं के बीच झगड़े का था. दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता करा दिया गया था. किशोरी ने आइजी से फिर शिकायत की है. मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. आइजी के लगाई गुहार है अब इस मामले की जांच की जा रही है.