फतेहाबाद के गांव रामसरा के राजकीय मॉडल संस्कृत प्राइमरी स्कूल में घुसकर जेटीबी टीचर की हत्या कर दी गई. मारे गए टीचर की पहचान गांव दड़ौली के रहनेवाले जितेंद्र के रूप में हुई है. सोमवार दोपहर स्कूल की छुट्टी होने के बाद दो नकाबपोशों ने इस वारदात को अंजाम दिया है. ये दोनों नाकाबपोश बाइक से आए थे. इन दोनों नकाबपोशों ने 27 वर्षीय जेबीटी टीचर पर दनादन गोलियां चलाईं. वारदात के बाद गांव में सनसनी फैल गई है. वारदात की सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची. फिलहाल एसपी राजेश कुमार सहित तमाम बड़े अधिकारी घटनास्थल का जायजा ले रहे हैं और पूरी वारदात की जांच में जुटे हैं. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. इस घटना को लेकर शिक्षा विभाग ने चिंता जताई है और पूरे मामले की जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने स्कूल इंचार्ज से रिपोर्ट ली है.
फतेहाबाद के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी अनिता सिंगला ने स्कूल में हुई इस वारदात के बारे में बताया कि स्कूल में जेबीटी टीचर जितेंद्र की गोली मारकर हत्या करने की वारदात के दौरान स्कूल में बच्चे नहीं थे. स्कूल की छुट्टी हो चुकी थी और सभी बच्चे घर जा चुके थे. स्टाफ के सभी लोग भी लगभग घर जा चुका थे और जेबीटी टीचर जितेंद्र अपने एक साथी के साथ स्कूल के बाहर जैसे ही गाड़ी में बैठने लगे तो बाइक सवार कुछ युवकों ने जेबीटी टीचर की गाड़ी के आगे आकर फायरिंग की. तब जितेंद्र जान बचाने के लिए स्कूल के अंदर दौड़े. जैसे ही वे स्कूल के ऑफिस में घुसे तो पीछे से पहुंचे नकाबपोशों ने उनपर दनादन फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी. टीचर की मौके पर ही मौत हो गई. बताया गया है कि स्कूल टीचर जितेंद्र का शराब कारोबार और जमीन को लेकर कुछ विवाद चल रहा था और इन्हीं विवादों के चलते इस घटना को अंजाम देने की आशंका है.