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शिक्षक की हत्या का मामला, 2 इनामी गिरफ्तार

Nilmani Pal
8 April 2022 5:26 AM GMT
शिक्षक की हत्या का मामला, 2 इनामी गिरफ्तार
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यूपी। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) भदोही जनपद में निर्मम तरीके से हुई दलित मास्टर हत्याकांड में वांछित 25-25 हजार रुपये के दो इनामी अपराधियों को क्राइम ब्रांच (Crime Branch) और पुलिस (Bhadohi Police) की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. अभियुक्तों के पास से मृतक सरकारी सहायक अध्यापक का मोबाइल भी बरामद किया गया है. पुलिस अधीक्षक ने प्रेसवार्ता कर घटना का खुलासा किया है. भदोही पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार ने दलित मास्टर हत्याकांड में मुख्य आरोपी प्रेमी अभिषेक को घटना के 24 घंटे में ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. वहीं अन्य दो फरार दोस्त विवेक पाल पुत्र राम किशुन पाल और किशन यादव पुत्र भइया लाल निवासी भुलईपुर थाना चौरी को भी गिरफ्तार कर लिया है. दोनों फरार आरोपियों पर पुलिस अधीक्षक ने 25-25 हजार रूपये का पुरस्कार घोषित किया था.

इस वजह से की हत्या

पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार ने बताया कि फरार आरोपियों ने पूछताछ में कई राज खोले हैं. अभियुक्तों ने बताया कि हम लोग सेना में भर्ती होने की तैयारी के लिए अमवाखुर्द स्थित विमल सिंह के आम के बगीचे में बने ट्रैक पर जातें थे. वहीं पर हम लोगों की दोस्ती अभिषेक धरकार से हो गयी. अभिषेक ने मृतक अरविन्द मास्टर की हत्या करने के लिए हम लोगों से कहा और हम दोनों को 25-25 हजार देनें को कहा. अभिषेक धरकार से दोस्ती होने और रुपये के प्रलोभन में हमलोग भी हत्या करने के लिये तैयार हो गये. मृतक मास्टर शरीर से तगड़े थे इसलिये अभिषेक ने फ्लिपकार्ट के माध्यम से काली मिर्च पाउडर स्प्रे मंगवाया.

दोनों आरोपियों ने बताया कि 2 अप्रैल को हम लोगों ने योजना के मुताबिक किशन यादव के फोन से मृतक को शाम 7 बजे के आसपास विमल सिंह के बगीचे में बुलाया और करीब शाम 7.30 बजे मृतक बगीचे में आ गये. अभिषेक धरकार ने मृतक के चेहरे पर स्प्रे मार दिया, जिससे उनको दिखाई देना बंद हो गया. हम तीनों लोग मिलकर मृतक अरविन्द मास्टर को पटक दिये और मारने पीटने लगे. विवेक और किशन यादव ने बहुत देर तक मृतक का मुंह दबाये रखा और अभिषेक ने सिर पर डंडे से मारा.

शव को ठिकाने लगा दिया

विवेक पाल जब अरविंद मास्टर का मुंह दबा रहा था उसी समय मृतक ने विवेक की बायें हाथ की बीच वाली अंगुली को दांत से काट लिए. जब मृतक अरविन्द मास्टर की सांस रूक गयी तब अभिषेक अपने घर से साइकिल और रस्सी ले आया और हम लोग घसीटकर चन्द्रभान सिंह के गेहूं के खेत में लेकर चले गये थे. किशन यादव और अभिषेक धरकार शीतला प्रसाद प्रजापति के घर के सामने रखे पिलर को साइकिल पर लादकर ले आये. मृतक को अवधनरायन यादव उर्फ अवधू यादव के तालाब के किनारे ले गये. हाथ पैर रस्सी से बांधकर पिलर में निकले सरिया में रस्सी फंसाकर हम तीनों ने अरविन्द मास्टर को तालब में डाल दिया.

हत्या के बाद हम तीनों अभिषेक के घर गये. अरविन्द मास्टर को मारते समय उनके मुह और सिर से खून निकल रहा था. गमछा से मुह दबाते समय किशन और अभिषेक का भी गमछा खून से सन गया. मृतक का मोबाइल तोड़कर बोरी में रखकर अभिषेक के घर से निकलते ही श्यामधर पाठक की पुरानी ट्यूबेल का कुंआ दिखाई दिया. उसी कुआं में बोरिया में गमछा, ऊनी मफलर और मोबाइल फेंककर अपने अपने घर चले गये.

एसपी ने क्या बताया

पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार ने बताया कि 3 अप्रैल को थाना चौरी क्षेत्र अंतर्गत अमावाखुर्द निवासी ज्योति रानी ने लिखित तहरीर दिया था कि 2 अप्रैल को शाम 7.30 बजे उनके पति अरविंद गौतम जो सरकारी सहायक अध्यापक हैं ने मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति से बात करके घर से निकले और लौटकर घर नहीं आये. जिसके संबंध में मुकदमा दर्ज कर जांच की गई और घटना के मास्टरमाइंड अभिषेक धरकार को हमारी टीम ने 24 घंटे के अंदर ही 4 अप्रैल 2022 को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया. वहीं आज दोनों फरार इनामी दोस्तों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. पूरी टीम को 25-25 हजार का इनाम भी दिया गया है.

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