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पाली। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ऑफ इंडिया(NCB) और गुजरात एटीएस की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए राजस्थान-गुजरात में चार जगहों पर रेड के दौरान 230 करोड़ रुपए कीमत की ड्रग पकड़ी है। मामले में 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। टीम की ओर से पिपलाज गुजरात में रेड के दौरान गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पाली का भी एक युवा शामिल है। आरोपी को पुलिस पहले जोधपुर में भी मेथाएम्फेटामाइन (मेफेड्रोन) यानी एमडी(MD) ड्रग के साथ पकड़ चुकी है, जिसे परिजनों ने मुश्किलों से छुड़वाया था। हालांकि बीते तीन सालों में आरोपी युवक ने ड्रग सप्लायर के रूप में तेजी से पैर पसारें और युवाओं को एमडी की लत लगाकर अपना कारोबार बढ़ाया। पुलिस ने बताया- पाली के बापूनगर विस्तार में दीपक सोलंकी(30) पुत्र पेमाराम सोलंकी का घर है। वह पिता के चाय के बिजनेस में चाय पत्ती की सप्लाई का काम करता है। इसके चलते उसका पाली जिले में आना-जाना लगा रहता था। करीब तीन-चार साल पहले वह एमडी के सप्लायर कुलदीप सिंह के संपर्क में आया, जिसने उसे पाली में एमडी ड्रग के नशे का कारोबार में अच्छे मुनाफे का लालच दिया।
इसके बाद दीपक जोधपुर से एमडी लाकर पाली में बेचने लगा और युवाओं को नशे का आदि बनाने लगा। उसने अपने नीचे कई लोगों को जोड़ दिया और कुछ ही सालों में पाली जिले में एमडी का बड़ा सप्लायर बन गया। पुलिस ने बताया- दीपक को करीब एक साल पहले जोधपुर जिले के लूणी थाना पुलिस ने तीन-चार युवकों के साथ एमडी लेते हुए गिरफ्तार किया था। इसके बाद परिवार ने काफी मुश्किलों से उसकी जमानत करवाई थी। नशे के इस कारोबार में घुसने के बाद दीपक स्कॉर्पियो जैसी गाड़ी में घूमने लगा। जोधपुर से गुजरात आने-जाने लगा। सोशल मीडिया पर खुद की प्रोफाइल में बिजनेसमैन लिखना शुरू कर दिया। आरोपी के अकाउंट में गाड़ी के साथ कई फोटो बरामद किए गए है। पुलिस ने बताया- इकलौती संतान होने के कारण पिता ने उसकी जमानत करवाई थी और युवक से परिवार के चाय के बिजनेस पर ही ध्यान दें। अपराध की राह सिर्फ जेल तक जाती है, लेकिन आरोपी पर पिता की नसीहत का असर नहीं हुआ और वह फिर से इस धंधे में पड़ गया, जिसके बाद गुजरात एटीएस ने उसे शनिवार को पकड़ लिया। सूत्रों की मानें तो MD का नशा स्मैक से कई गुना अधिक होता है। ढाई से 3 हजार रुपए एक ग्राम एमडी के लगते है और इसे गुटखे में मिलाकर भी खाया जाता है। पाली में युवा इस नशे को करने के लिए होटल में एसी रूम ग्रुप में मिलकर किराए पर लेते है और वहां बैठकर MD का नशा करते है। पुलिस का कहना है कि इस नशे की लत लगने पर वह इसके बिना नहीं रह पाता है और उसे बहुत ज्यादा बेचैनी होने लग जाती है। इसी वजह से पाली में युवा अपराध की राह पर बढ़ रहे है।
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