भारत
यूक्रेन युद्ध के बीच पीएम मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम के बीच बात, कह दी वही बात जिससे बच रहा भारत
jantaserishta.com
22 March 2022 7:15 AM GMT
x
नई दिल्ली: यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा से भारत अब तक बचता रहा है लेकिन मौके-बे मौके सहयोगी देश भारत से आग्रह करते रहे हैं कि वो रूसी हमले की निंदा करे. भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के संगठन क्वॉड (QUAD) में भारत को छोड़कर सभी देशों ने यूक्रेन पर रूसी हमले का विरोध किया है और रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई वर्चुअल बैठक में कहा है कि रूस को यूक्रेन पर हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.
यूक्रेन युद्ध ने भारत और क्वॉड के बाकी सदस्य देशों के बीच मतभेद को उजागर किया है. भारत के अलावा अन्य सदस्य देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं. ये देश यूक्रेन को रूस का मुकाबला करने के लिए सैन्य और वित्तीय मदद भी दे रहे हैं.
लेकिन भारत रूस से अपने गहरे रक्षा संबंधों को देखते हुए मामले पर तटस्थ रुख अपनाए हुए है. भारत अपने ज्यादातर सैन्य हथियार रूस से खरीदता है. रक्षा उपकरणों के लिए भारत मुख्य रूप से रूस पर निर्भर है. दोनों देशों के बीच पुरानी दोस्ती भी रही है. ऐसे में भारत रूसी हमले को लेकर कुछ भी बोलने से बचता दिख रहा है.
पीएम मोदी ने रूस की आलोचना किए बिना ही कई मौकों पर यूक्रेन में शांति का आह्वान किया है. संयुक्त राष्ट्र में रूस के हमले की निंदा से जुडे़ कई प्रस्ताव लाए गए लेकिन भारत ने किसी भी वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया है.
भारत के स्वतंत्र रुख की ऑस्ट्रेलिया ने सार्वजनिक रूप से आलोचना नहीं की है. ऑस्ट्रेलिया ये बात समझता है कि भारत कई क्षेत्रों में रूस पर निर्भर है. ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों का मानना है कि अगर भारत पर रूस की आलोचना के लिए दबाव बनाया जाता है तो भारत सरकार में नाराजगी बढ़ जाएगी.
स्कॉट मॉरिसन ने पीएम मोदी के साथ अपनी बैठक में यूक्रेन संकट की भयावहता पर बात की. उन्होंने कहा, 'यूरोप में युद्ध की स्थिति बहुत ही चिंताजनक है. ये हमारे अपने क्षेत्र में कभी नहीं होना चाहिए था. मुझे लगता है कि हमारे क्वॉड नेताओं की हालिया मुलाकात ने हमें यूक्रेन पर रूस के गैरकानूनी हमले पर चर्चा करने का अवसर दिया. इस मुलाकात ने हमें ये अवसर भी दिया कि हम इंडो-पैसिफिक के अपने क्षेत्र में रूस-यूक्रेन युद्ध के परिणामों पर चर्चा कर सकें.'
शिखर सम्मेलन के बाद भारत के विदेश सचिव हर्ष वी श्रृंगला ने रूस-यूक्रेन मुद्दे पर दोनों नेताओं के बीच मतभेदों को कम बताने की कोशिश करते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने यूक्रेन पर भारत की स्थिति को समझा है.
श्रृंगला ने कहा, 'स्कॉट मॉरिसन ने यूक्रेन के मुद्दे पर भारत की स्थिति के लिए समझ दिखाई है. यूक्रेन में चल रहे संघर्ष और मानवीय स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई है. दोनों नेताओं ने इस बारे में बात की है और तनाव को खत्म करने पर जोर दिया.
क्वॉड के सदस्य देश जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा एक दिवसीय भारत दौरे पर थे. शनिवार को उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की. रूस पर भारत के रुख की आलोचना किए बिना जापान की तरफ से कहा गया कि भारत रूस के मुद्दे पर और कड़ा रुख अपनाए.
शनिवार को मोदी से मुलाकात के बाद किशिदा ने कहा कि रूस के हमले ने अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की नींव को हिला दिया है. उन्होंने भारत की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया की मांग की.
jantaserishta.com
Next Story