
दुनिया में अगर कोई मुल्क तालिबान का सबसे गहरा दोस्त है, तो वो पाकिस्तान (Pakistan) है. लेकिन कहावत है कि जो दूसरों के लिए खाई खोदता है, वो खुद उसमें गिरता है और पाकिस्तान के लिए तालिबान वही खाई साबित हो सकता है क्योंकि ये आशंका हर गुजरते दिन के साथ प्रबल होती जा रही है कि तालिबान अब अफगानिस्तान के बाद पाकिस्तान को अस्थिर कर वहां के परमाणु हथियारों पर कब्जा कर सकता है. ये आशंका अमेरिका के सैन्य प्रमुख (US Military Chief) मार्क मिले ने जताई है. अफगानिस्तान से जल्दबाजी में हुई वापसी से पाकिस्तान के परमाणु हथियारों और सुरक्षा को खतरा हो सकता है. यूएस आर्मी के टॉप जनरल के ये शब्द दुनिया पर मंडरा रहे परमाणु संकट के संकेत हैं, जो अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से छाया है. ये डर जताने वाले वो अमेरिका के सबसे बड़े और सर्विंग सैन्य अफसर हैं और दो दिन पहले ही यही डर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वक्त राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे जॉन बोल्टन ने भी जताई थी.
