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श्मशान घाट के बाहर पोस्टर, तस्वीरें लेना दंडनीय अपराध, सरकार की आलोचना शुरू हुई तो उठाया गया ये कदम
jantaserishta.com
2 May 2021 4:52 AM GMT
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कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है.
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है. मरीजों को अस्पतालों में बेड की कमी और ऑक्सीजन की किल्लत से जूझना पड़ रहा है. हर दिन कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या भी रिकॉर्ड तोड़ रही है.
यूपी के श्मशान घाटों से अक्सर ऐसी तस्वीरें और वीडियो आते रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में चिताएं जलती दिखाई रही हैं. प्रशासन का भी ध्यान मौतों को रोकने से ज्यादा आंकड़े छिपाने पर है. इसलिए प्रशासन श्मशान घाटों के बाहर बड़े-बड़े बैनर लगा रहा है, जिसमें चेतावनी लिखी है कि यहां फोटो या वीडियो लेना दंडनीय अपराध है.
मामला गोरखपुर का है. जहां से सीएम योगी आदित्यनाथ सांसद रहे हैं. यहां के श्मशान घाटों के बाहर नगर निगम की तरफ से बैनर टांग दिए गए हैं. इन बैनरों पर लिखा है कि यहां पर तस्वीरें लेना दंडनीय अपराध है.
नगर निगम ने ऐसे एक-दो बैनर नहीं, बल्कि कई बैनर लगा रखे हैं. बैनर पर लिखा है, "शवदाह गृह पर पार्थिव शरीर का दाह संस्कार हिंदू रीति रिवाज के अनुसार किया जा रहा है. कृपया फोटोग्राफी/ वीडियोग्राफी ना करें. ऐसा करना दंडनीय अपराध है."
गोरखपुर नगर निगम ने बैनर लगाकर यह जताने की कोशिश की है अगर आपने यहां पर तस्वीरें ली तो पकड़े जाने पर आपके ऊपर कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है. हालांकि, जब इन बैनरों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई और सरकार की आलोचना शुरू हुई, तो रातों रात इन बैनरों को हटा दिया गया.
इससे पहले लखनऊ के भैसा कुंड श्मशान घाट को नीली टीन से ढक दिया गया था, ताकि बाहर से कोई श्मशान घाट की तस्वीरें ना ले सके.
यूपी में शनिवार को बीते 24 घंटों में कोरोना के 30,317 नए मामले सामने आए और 303 लोगों की मौत हुई. सबसे ज्यादा 3,125 नए मामले राजधानी लखनऊ में सामने आए. वहीं, गोरखपुर में 1,070 नए मरीज मिले और 7 लोगों की जान गई. इसी के साथ यूपी में इलाज करा रहे मरीजों की संख्य बढ़कर 3,01,833 पहुंच गई.
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