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असम पुलिस के निलंबित उप महानिरीक्षक DIG को आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार

Admin4
6 Oct 2021 2:18 PM GMT
असम पुलिस के निलंबित उप महानिरीक्षक DIG को आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार
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असम पुलिस (Assam Police) के निलंबित उप महानिरीक्षक (डीआईजी) को आय से अधिक संपत्ति के मामले (Disproportionate Assets Case) में मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- असम पुलिस (Assam Police) के निलंबित उप महानिरीक्षक (डीआईजी) को आय से अधिक संपत्ति के मामले (Disproportionate Assets Case) में मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया. रौनक अली हजारिका (Rounak Ali Hazarika) को राज्य सरकार के गृह विभाग की अनुमति के बिना 2011 से कई बार विदेश यात्रा करने के लिए इस साल जुलाई में असम पुलिस के डीआईजी के पद से निलंबित कर दिया गया था.

पुलिस अधीक्षक (एसपी) रोजी कलिता के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के विशेष सतर्कता प्रकोष्ठ की एक टीम ने मंगलवार को गुवाहाटी के हेंगराबाड़ी इलाके में रूपकोंवर पथ स्थित उनके आवास से हजारिका को गिरफ्तार किया. असम पुलिस के सीपीआरओ राजीव सैकिया ने कहा कि रौनक अली हजारिका के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक (संशोधन) अधिनियम, 2018 की धारा 13(1)(ए)(बी)/13(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
सीपीआरओ ने कहा, "जांच के दौरान, यह पाया गया कि रौनक अली हजारिका के पास अचल और चल संपत्ति थी, जो 1992 से 2021 की अवधि के दौरान उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक है." सीपीआरओ ने यह भी कहा कि हजारिका के पास शिमला में एक रिसॉर्ट, गुवाहाटी में डाउनटाउन क्षेत्र में एक संपत्ति, धीरेनपारा में एक इमारत और हेंगराबाड़ी क्षेत्र में एक बंगला है.
बच्चों की पढ़ाई पर खर्च किए एक करोड़ 74 लाख से अधिक
विशेष सतर्कता दल ने पाया कि हजारिका ने अपने दो बच्चों की शिक्षा पर 17412974 रुपए खर्च किए. एसपी रोजी कलिता ने कहा कि हजारिका की अंतरराष्ट्रीय यात्रा के इतिहास से पता चलता है कि वह देश छोड़कर नौ बार बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति के विदेश यात्रा कर चुके हैं. एसपी ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक में एक सैलरी अकाउंट के अलावा, अधिकारी और उसके परिवार के सदस्यों का एक्सिस बैंक, यस बैंक, आदि में खाता है, जहां बड़ी मात्रा में नकद जमा पाया जाता रहा है, जबकि वह 2019-2021 अवधि के दौरान बोंगईगांव जिले में तैनात थे. उनके पास ऐसी संपत्ति थी जो उनकी आय के कानूनी स्रोतों से मेल नहीं खाती थी. हजारिका 1992 में असम पुलिस में शामिल हुए और बाद में उन्हें आईपीएस कैडर में पदोन्नत किया गया.


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