खूंखार आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के देश में फैले मॉड्यूल को ध्वस्त करने की कोशिशें जारी हैं। इसी सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने ISIS के एक संदिग्ध मददगार को कर्नाटक के भटकल से पकड़ा है। आईएसआईएस के इस संदिग्ध आंतकी का नाम जुफ्री जवाहर दामुदी उर्फ अबु हाजिर अल बदरी बताया जा रहा है। जांच एजेंसी के मुताबिक जुफ्री जवाहर खूंखार आतंकी संगठन का प्रमुख आतंकवादी है। पुलिस ने जुफ्री को उसके एक साथ अमीन जुहैब के साथ पकड़ा है। बताया जा रहा है कि बदरी अप्रैल 2020 से राष्ट्रीय जांच के रडार पर था। यह भी जानकारी मिली है कि बदरी आईआईएसएस के ऑनलाइन मैग्जीन 'Voice of Hind' को निकालने और उसके प्रसार में प्रमुख रूप से शामिल था। इस मैग्जीन के जरिए आईएसआईएस अपना प्रोपेगैंडा फैलाता है और लोगों को बरगलाता भी है। बताया जा रहा है कि बदरी Islamic State – Khorasan और सीरिया में बैठे अपने आकाओं के सीधे संपर्क में था। इस मैग्जीन के प्रचार-प्रसार के अलावा बदरी हथियार और विस्फोट जमा करने, मुजाहिद्दीन के लिए फंड जुटाने और भर्तियां करने में भी शामिल था।
बदरी के बारे में यह भी बताया जा रहा है कि वो अपने साइबर कॉन्टैक्ट्स का इस्तेमाल काफिरों की हत्या करने के अलावा पुलिस और पत्रकारों की हत्या करवाने में भी करता था। इसके अलावा वो मंदिरों या सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाली तस्वीरों का भी प्रचार-प्रसार करता था। साइबर स्पेस पर अबु हाजिर अल बदरी ने खुद के बारे में बताया है कि वो अफगानिस्तान/पाकिस्तान का रहने वाला है। वो यहां सुरक्षा एजेंसियों से बचने के लिए हर मुमकिन कोशिश भी कर रहा था। हालांकि, उसके दावों के बावजूद यह कहा जा रहा है कि अबू हाजिर अल बदरी पाकिस्तान या अफगानिस्तान का रहने वाला नहीं है बल्कि वो भारत का रहने वाला है।
साइबर स्पेस पर उसके बारे में मौजूद जानकारियों को पढ़ने के बाद और 11 जुलाई को पकड़े गये उमर नासिर से पूछताछ और विदेशी जांच एजेंसियों के साथ को-ऑर्डिनेशन में जांच पड़ताल के बाद अबु हाजिर अल बदरी की असली पहचान जुफ्री जवाहर दामुदी के तौर पर की गई है और कहा जा रहा है कि वो भटकल का रहने वाला है। शुरुआती जांच में यह बात भी सामने आई है कि जुफ्री जवाहर दामुदी, अदनान हसन दामुदी का छोटा भाई है। साल 2017 में एनआईए ने आईएसआईएस से जुड़े एक केस में अदनान हसन दामुदी को गिरफ्तार किया था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने जुफ्री जवाहर को गिरफ्तार करने के बाद कई तरह के डिजिटल मीडिया डिवाइस और जिहादी साहित्य बरामद किये हैं। आपको बता दें कि पिछले एक महीने के दौरान जांच एजेंसियों ने देश में पांव पसारने की कोशिश में जुटे आईएसआईएस मॉड्यूल के खिलाफ 21 अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की है। इसमें अनंतनाग, श्रीनंगर, बांदीपोर, बारामूला, मंगलूरू, बेंगलुरु और भटकल में छापेमारियां की गई हैं। इस घातक मॉड्यूल से जुड़े 10 लोगों को अब तक गिरफ्तार भी किया जा चुका है।