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सेंट्रल जेल में DIG का औचक निरक्षण, कैदियों के पास मिले मोबाइल, CCTV भी खराब

HARRY
10 Aug 2022 5:44 PM GMT
सेंट्रल जेल में DIG का औचक निरक्षण, कैदियों के पास मिले मोबाइल, CCTV भी खराब
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सितारगंज के सेंट्रल जेल के बैरकों में कैदियों के पास छापे में तीन मोबाइल, नगदी व तमाम निषिद्ध सामान बरामद हुआ। इससे प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि जेल की बैरकों से कैदियों की धमकी मिलने की शिकायत पर छापेमारी हुई है। बुधवार को डीआईजी जेल दधिराम मौर्य ने सेंट्रल जेल में छापेमारी की। छापे में उन्हें तीन कैदियों के पास से तीन मोबाइल फोन मिले।

तीनों मोबाइल एक्टिव थे। इसके अलावा नगदी व जेल के भीतर निषिद्ध सामान भी मिला। डीआईजी जेल दधिराम मौर्य के अनुसार जेल में बंद कैदियों से फोन से धमकी की शिकायतें मिल रही थी। इसी के चलते उन्होंने मंगलवार को जेल में औचक निरीक्षण किया था। कैदियों के पास मोबाइल मिलने की सूचना से प्रदेश स्तर पर हड़कंप मच गया।
बुधवार को एडीएम जयभारत सिंह, एसपी सिटी मनोज सिंह कत्याल के नेतृत्व में एसडीएम तुषार सैनी, तहसीलदर जगमोहन त्रिपाठी, सीओ ओपी शर्मा और डीआईजी जेल दधिराम मौर्य समेत जनपद के विभिन्न थानों की पुलिस सेंट्रल जेल पहुंची। यहां सभी बैरकों की तलाशी ली गयी। बैरकों की तलाशी के लिए तीन टीमें गठित की गयी, लेकिन मौके पर मोबाइल नहीं मिले।
जांच टीमों को कैंची व निषिद्ध चाकूनुमा औजार, लाइटर, बीड़ी, सिगरेट, नाखून कटर आदि सामान मिला है। सेंट्रल जेल के वरिष्ठ अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि तीन कैदियों के बाद मोबाइल मिलने के बाद पुलिस को तहरीर सौंपी जा रही है। जेल की बैरकों में मोबाइल कैसे पहुंचे इसकी जांच होगी।
सेंट्रल जेल के बैरकों में सीसीटीवी खराब मिले
बुधवार को सेंट्रल जेल की बैरकों में छापेमारी के दौरान प्रशासन को सीसीटीवी खराब मिले। सेंट्रल जेल में कुख्यात अपराधी रहते हैं। लेकिन जेल प्रशासन की लापरवाही सामने आयी है। सूत्रों के अनुसार जांच टीम को जेल के भीतर बैरकों में सीसीटीवी खराब मिले।
सूत्रों के अनुसार कुख्यात अपराधी सीसीटीवी की नजर में नहीं रहने से आसानी से जेल से मोबाइल का प्रयोग कर लेते हैं।
जो जेल के बाहर फोन से धमकी देते हैं। सितारगंज सेंट्रल जेल में पिछले कुछ समय से इस तरह की शिकायतें मिल रही है। बताया जा रहा है कि जेल की बैरकों में जेल प्रशासन की ओर से नियमित जांच भी नहीं हुई है। इसी का फायदा उठाकर कैदी फोन से धमकी देते हैं। डीआईजी दधिराम मौर्य के अनुसार उच्चाधिकारियों के निर्देश पर प्रत्येक एंगल से जांच होगी।
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