पाली। पाली राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय से जुड़े राजकीय बांगड़ चिकित्सालय में नवाचार किया गया है। अस्पताल में भारतीय शल्य चिकित्सा के जनक महर्षि सुक्षुत के नाम से एक सभागार समर्पित किया गया है। चिकित्सालय के दो कक्षों को ऑडियो विजुअल से जोड़ा गया है। मंडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं नियत्रंक डॉ. दीपक वर्मा ने बताया …
पाली। पाली राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय से जुड़े राजकीय बांगड़ चिकित्सालय में नवाचार किया गया है। अस्पताल में भारतीय शल्य चिकित्सा के जनक महर्षि सुक्षुत के नाम से एक सभागार समर्पित किया गया है। चिकित्सालय के दो कक्षों को ऑडियो विजुअल से जोड़ा गया है। मंडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं नियत्रंक डॉ. दीपक वर्मा ने बताया कि इस नई सुविधा से एक साथ 40 स्नातक विद्यार्थियों को नियमित शल्य चिकित्सा का सीधा प्रसारण दिखा कर प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके साथ ही कई प्रकार की सेमिनार आदि का आयोजन भी किया जा सकेगा।
जिसका लाभ पहले स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों के साथ विभिन्न विभागों में कार्यरत महाविद्यालय के चिकित्सा शिक्षकों को भी मिलेगा। इसके बाद उनके ज्ञान का लाभ मरीजों को मिलेगा। ऑडियो विजुअल कक्ष में एक बड़े पर्दे पर शल्य कक्षों में की जा रही शल्य क्रिया का सीधा प्रसारण किया जाएगा। शल्क क्रिया कर रहे चिकित्सकों से विद्यार्थी सवाल कर कर उनके जवाब पा सकेंगे। डॉ. वर्मा ने बताया कि इस वर्ष कई क्लीनिकल विषयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इस नए कक्ष का उपयोग करते हुए शल्य क्रिया विभाग की ओर से हर्निया की दूरबीन चिकित्सा की इसी माह कार्यशाला होगी। वहीं स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग की ओर से दूरबीन के माध्यम से गर्भाशय के रोग निदान के लिए फरवरी माह में कार्यशाला आयोजित की जाएगी।