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शरीर में सर्जिकल उपकरण: सरकार ने विशेष जांच समिति बनाई

jantaserishta.com
17 Oct 2022 2:31 AM GMT
शरीर में सर्जिकल उपकरण: सरकार ने विशेष जांच समिति बनाई
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जानें पूरा मामला।
तिरुवनंतपुरम (आईएएनएस)| केरल के स्वास्थ्य विभाग ने यह पता लगाने के लिए एक विशेष जांच समिति का गठन किया है कि पांच साल पहले कोझीकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक महिला के ऑपरेशन के दौरान कोई लापरवाही तो नहीं हुई थी। कोझीकोड जिले की हर्षिना ने पेट में तेज दर्द के बाद सितंबर 2022 में कोझीकोड के एक निजी अस्पताल से संपर्क किया था और डॉक्टरों ने पाया कि उनके पेट के अंदर एक सर्जिकल उपकरण है। हर्षिना की शिकायत के आधार पर, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) आशा थॉमस को शिकायत पर गौर करने का निर्देश दिया और उनकी सिफारिश के आधार पर मामले की विस्तृत जांच करने के लिए एक जांच पैनल का गठन किया गया है।
चिकित्सा शिक्षा निदेशालय में विशेष अधिकारी अब्दुल रशीद की अध्यक्षता में जांच समिति में संयुक्त निदेशक नर्सिग शिक्षा सलीना शाह और सरकारी मेडिकल कॉलेज कोल्लम में फोरेंसिक मेडिसिन के प्रमुख रंजू रवींद्रन शामिल होंगे। स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वीना जॉर्ज ने समिति को जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
हर्षिना ने आईएएनएस से कहा, "मैं एक जांच पैनल के गठन का स्वागत करती हूं। अब किसी को भी इस तरह की पीड़ा नहीं होनी चाहिए। मुझे मानसिक और आर्थिक रूप से बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है, और मुझे उचित मुआवजे की जरूरत है। गलत डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस बीच, कोझीकोड मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने आरोप का खंडन करते हुए कहा है कि प्रत्येक प्रक्रिया के बाद उपयोग किए गए उपकरणों और सर्जिकल उपकरणों की एक स्पष्ट गणना दर्ज की जाती है, जिसके आधार पर सर्जिकल प्रक्रिया का निष्कर्ष घोषित किया जाता है। अधिकारियों ने कहा कि हर्षिन की सर्जरी के दौरान भी यही प्रक्रिया अपनाई गई थी।
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