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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान
नई दिल्ली: गुलाम नबी आजाद ने सनसनीखेज पत्र लिखकर कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। आजाद का कांग्रेस से चला करीब पांच दशक का साथ छूट गया है। गुलाम नबी आजाद ने पत्र में राहुल गांधी पर खूब हमले बोले। सोनिया गांधी पर भी कहा। अब कांग्रेस पार्टी के नेता उन्हें कोस रहे हैं। जयराम रमेश उनके डीएनए पर सवाल उठा रहे हैं तो अशोक गहलोत ने उन्हें संजय गांधी का चापलूस कह दिया। इस बीच कांग्रेस छोड़ चुके सुनील जाखड़ ने आजाद का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह तो सिर्फ एक शुरुआत है। कांग्रेस के लिए अपने अस्तित्व की रक्षा करना आने वाले समय में कठिन होता जा रहा है।
कांग्रेस पार्टी में गुलाम नबी आजाद का चैप्टर क्लोज हो चुका है। उन्होंने पांच दशक का साथ एक आरोप पत्र के साथ छोड़ दिया। अपने लेटर में उन्होंने गांधी फैमिली के दो नेता सोनिया और राहुल गांधी को निशाने पर लिया। राहुल गांधी पर तो पार्टी के इस हश्र का पूरा जिम्मा थोपा। आजाद के आरोपों पर कांग्रेस पार्टी के नेता हमलावर हो गए हैं। जयराम रमेश ने गुलाम नबी आजाद के डीएनए पर सवाल उठाए। कहा कि गुलाम नबी आजाद का डीएनए मोदीफाइड हो गया है। उन्होंने कहा कि एक ऐसे शख्स को जिसे कांग्रेस की लीडरशिप ने इतना सम्मान दिया, उसने बेहद निजी और घटिया हमले करके विश्वासघात किया है। उन्होंने कहा कि आजाद के इस रवैये से उनका असली कैरेक्टर सामने आ गया है।
दूसरी ओर राजस्थान के सीएम और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक गहलोत ने आजाद पर आरोप लगाया कि वह हमेशा ही संजय गांधी के चापलूस थे। उन्होंने कहा है कि ऐसे समय पर जब पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी चेकअप के लिए अमेरिका गई हुई हैं, इस्तीफा देना अमानवीय है। गहलोत ने यह भी कहा कि पिछले 42 सालों में कई पदों पर रहे आजाद भी संजय गांधी के समय में चापलूस ही माने जाते थे।
इस बीच कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम चुके सुनील जाखड़ ने आजाद का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद ने मेरी सभी शिकायतों की पुष्टि की, जो मैंने कांग्रेस छोड़ने के बाद स्पष्ट की थीं। सिर्फ आज ही नहीं कि कांग्रेस के एक बहुत मजबूत स्तंभ ने इस्तीफा दे दिया है। मुझे लगता है कि यह आने वाले इस्तीफों की श्रृंखला में सिर्फ एक नाम है। कांग्रेस के लिए अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए यह बहुत कठिन समय होने जा रहा है।
उधर, भाजपा ने गुलाम नबी आजाद को पार्टी से जुड़ने का ऑफर दिया है। उनके प्रस्ताव पर हालांकि आजाद ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन, जम्मू कश्मीर में अपनी नई पार्टी का ऐलान जरूर किया है। आजाद ने कहा कि जम्मू कश्मीर में उनके कई दोस्त हैं। जानकारी के अनुसार, आजाद की देखा-देखी जम्मू कश्मीर में कांग्रेस के पांच कद्दावर नेताओं ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है।
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