मध्यप्रदेश के इंदौर में 18 वर्षीय युवक का अमेजन से ऑनलाइन सल्फास मंगाकर जान देने के मामले में पुलिस ने अमेजन के कारोबार विकास और सूचना प्रौद्योगिकी विभागों के दो अफसरों को नोटिस भेजकर तलब किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राजेश व्यास ने बताया कि शहर के एक युवक द्वारा अमेजन से ऑनलाइन सल्फास मंगाकर आत्महत्या करने की घटना को लेकर उसके पिता की शिकायत पर हमने इस कम्पनी के कारोबार विकास और सूचना प्रौद्योगिकी विभागों के दो अफसरों को नोटिस जारी किया है। एएसपी ने बताया कि नोटिस के जरिये अमेजन के अफसरों से कहा गया है कि वे पुलिस के सामने बुधवार को हाजिर हों। उन्होंने बताया, ''इन अफसरों के हाजिर होने पर हम उनसे अमेजन पर सल्फास की ऑनलाइन बिक्री और इस जहरीले पदार्थ के विक्रेताओं के सत्यापन के कानूनी पहलुओं को लेकर विस्तार से जानकारी लेंगे।''
पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक, इंदौर के फल विक्रेता रंजीत वर्मा के बेटे आदित्य वर्मा (18) ने जुलाई में अमेजन पर ऑनलाइन ऑर्डर देकर सल्फास मंगाया था और यह जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी थी। युवक के शोकसंतप्त पिता ने 25 नवंबर को राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से मिलकर इस दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गुहार की थी। इसके बाद गृह मंत्री ने पुलिस को निर्देश दिया था कि अमेजन के अधिकारियों पर प्राथमिकी दर्ज की जाए।
बहरहाल, इस मामले में पुलिस फूंक-फूंक कर कदम रखती दिखाई दे रही है। छत्रीपुरा पुलिस थाने के प्रभारी पवन सिंघल ने बताया कि फल विक्रेता की शिकायत पर एएसपी की अगुवाई में जांच जारी है और अमेजन के अफसरों पर फिलहाल प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। आत्महत्या करने वाले युवक के पिता रंजीत वर्मा का आरोप है कि अमेजन ने ग्राहक के प्रामाणिक दस्तावेजों की जांच किए बगैर उसके बेटे को सल्फास के रूप में जहर की गैरकानूनी आपूर्ति की जिसे खाकर उसने जान दे दी। वर्मा के मुताबिक कुछ लोग उनके बेटे पर दो लाख रुपये का बकाया चुकाने का कथित दबाव बना रहे थे जिससे वह तनाव में चल रहा था।