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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
KGF से उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
चेन्नई: तमिलनाडु पुलिस ने 2 ऐसे लुटेरों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने एक के बाद एक चार ATM पर हाथ साफ कर वहां से 72 लाख रुपए चुरा लिए थे. पुलिस को लंबे समय से इनकी तलाश थी. ये दोनों शातिर लुटेरे अपनी गैंग के साथ मिलकर थिरुवन्नमलाई, कलसप्पक्कम और पोलूर में चार एटीएम लूट चुके हैं.
ये शातिर लुटेरे ATM मशीन को काटने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल करते थे. एटीएम लूट की लगातार बढ़ती घटनाओं के बाद तमिलनाडु पुलिस ने एक विशेष टीम बनाई थी. इन टीमों को कर्नाटक, गुजरात और हरियाणा भेजा गया था.
दरअसल, जांच के दौरान पुलिस की टीम को यह पता चल गया था कि यह गिरोह पहले से ही एटीएम के बारे में काफी जानकारी रखता था. पुलिस को अपनी जांच में यह स्पष्ट हो गया था कि अपराधियों का संबंध उत्तर भारत के किसी राज्य से है. इसके बाद पुलिस ने दो संदिग्धों आरिफ और आजाद को गिरफ्तार कर लिया था.
दोनों को कर्नाटक से गिरफ्तार कर उनसे गुप्त स्थान पर पूछताछ की गई थी. इसके बाद दोनों को ही वेल्लोर जेल भेज दिया गया. पुलिस को मौके ए वारदात से मिले सबूतों के आधार पर यह पता चला था कि आरोपी हरियाणा के मेवात के रहने वाले हैं. जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मेवात के सोनारी गांव के 35 साल के मोहम्मद आरिफ और 37 साल के आजाद को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल को ट्रेस करना शुरू किया और कर्नाटक के कोलार गोल्ड फील्ड (KGF) से उन्हें गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आगे बताया कि मोहम्मद आरिफ ने आंध्र प्रदेश से एक कार चोरी की थी. इसके बाद चार एटीएम लूटने में गैंग के लीडर के तौर पर काम किया था. वह कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर उसे अपराध वाली जगह तक ले गया था. खास बात यह है कि आरिफ ने यह टेक्निक पूरी टीम को सिखा दी थी कि बिना नोटों को नुकसाल पहुंचाए, ATM को वेल्डिंग मशीन की मदद से कैसे काटा जाता है.
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