पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. झारखंड भी इससे अछूता नही है. केंन्द्र और राज्य सरकार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कई कदम उठा रही है. बावजूद इसके कई लोग सरकार के गाइडलाइंस का सही सही अनुपालन नही कर संक्रमण को फैलाने में कोई कसर नही छोड़ रहे. इसी कारण गांव हो या शहर संक्रमण से अछूता नहीं रहा. लेकिन इससे हटकर धनबाद में एक ऐसा भी गांव है जहां कोरोना ने अभीतक दस्तक नही दी है. इस गांव में कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है. इसके लिए गांव की लड़कियों का काफी अहम रोल है.
बाघमारा प्रखंड के धावाचिता पंचायत का दलदली गांव, जिसकी आबादी करीब 600 है. पूरी तरह से यह आदिवासी गांव है. अबतक यहां कोरोना ने दस्तक नही दी है. कोरोना संक्रमण की पिछली लहर से ही गांव के लोग सचेत हैं. गांव की लड़कियों का इसमें अहम रोल है. गांव के अरुण कुमार टुडू कहते हैं कि लड़कियां गांव के मुख्य प्रवेश के रास्ते पर एक चबूतरे पर पीपल के वृक्ष की छाया में बैठकर पहरेदारी करती हैं. सभी मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए गांव में प्रवेश करने वाले हर आने जाने वालों पर नजर रखती हैं.
जब भी कोई बाहरी व्यक्ति आता है तो उसे सबसे पहले मास्क लगाने की हिदायत दी जाती है और हांथो को सेनिटाइज करवाया जाता है. यही नही उसे कोरोना की जांच के लिए कहा जाता है. बाहरी लोगों को कोरोना जांच के बाद ही गांव मे प्रवेश करने दिया जाता है. गांव की लड़कियां कहती हैं कि जब सरकार कोरोना की रोकथाम के लिए इतना कुछ कर रही है तो हमारा भी फर्ज बनता है कि सरकार के साथ साथ कदम से कदम मिलाकर चलें. सरकार के गाइडलाइंस का पालन करने की गांव की लड़कियों ने अन्य लोगों से अपील की है.
वहीं गांव के लड़के अजय कुमार टुडू का कहना है कि हम सभी मिलकर एक मुहिम चला रहे हैं ताकि बाहर से आने वाले संक्रमण से बचा जा सके. इस कार्य मे लड़कियों का बहुत बड़ा योगदान है. उन्होंने कहा कि यदि हमारे गांव की लड़कियां जागरूक नहीं रहतीं तो शायद हमारा गांव कोरोना मुक्त नहीं होता. बहरहाल, सरकार कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध है. लेकिन ऐसे जागरूक गांव के ही तरह ही हर एक को बनने की जरूरत है. तभी हम इस राज्य और देश से कोरोना से मुक्ति दिला पाएंगे.
झारखण्ड के धनबाद का एक ऐसा गांव जहां लड़कियां कर रही है पहरेदारी,गांव में अभी तक नहीं मिला एक भी संक्रमित मरीज।बाघमारा प्रखंड के दलदली गांव की लड़कियां गांव में प्रवेश करने वाले पर नजर रखती है।बाहर से आने वाले संक्रमण से बचा जा सके।इस कार्य मे लड़कियों का बहुत बड़ा योगदान है। pic.twitter.com/5apjwJm2QP
— Sohan singh (@sohansingh05) June 6, 2021