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धोखाधड़ी का ऐसा मामला जिसने सबको किया हैरान, पुलिस को मिल गई सफलता

jantaserishta.com
1 Jan 2023 7:11 AM GMT
धोखाधड़ी का ऐसा मामला जिसने सबको किया हैरान, पुलिस को मिल गई सफलता
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

50 हजार लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई है.
नई दिल्ली: ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी के मामले का खुलासा किया है. ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने धोखाधड़ी के इस बड़े मामले का खुलासा करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी को उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया है. ओडिशा पुलिस के मुताबिक नौकरी के नाम पर देशभर में करीब 50 हजार लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक ओडिशा पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम ने शनिवार को बड़े जॉब स्कैम का खुलासा कर दिया. ओडिशा पुलिस के मुताबिक देशभर में करीब 50 हजार लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाने के मामले में आरोपी को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है. आर्थिक अपराध शाखा के डिप्टी कमिश्नर जनरल जय नारायण पंकज ने कहा कि ये पूरा गिरोह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से संचालित हो रहा था.
उन्होंने कहा कि तकनीकी रूप से दक्ष लोग गिरोह का संचालन कर रहे थे और फर्जी सरकारी वेबसाइट बनाकर बेरोजगारों को आकर्षित करने के लिए उन वेबसाइट्स पर फर्जी भर्तियों के विज्ञापन डाले जाते थे. जालसाजों ने ओडिशा के अलावा गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के लोगों को इसमें टारगेट किया.
आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारी ने कहा कि शुरुआती अनुमान के मुताबिक देशभर में करीब 50 हजार लोग इस धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं. पकड़े गए मुख्य आरोपी की पहचान 25 साल के जफर अहमद के रूप में हुई है. उसे आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने अलीगढ़ के सिविल लाइंस इलाके से पकड़ा. वह पेशे से इंजीनियर बताया जा रहा है.व
कॉल सेंटर के कर्मचारी कर रहे थे सहयोग
ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के मुताबिक जालसाजों के इस गिरोह का संचालन इंजीनियर कर रहे थे. इनका सहयोग कॉल सेंटर में काम करने वाले 50 कर्मचारी कर रहे थे. सहयोग करने वाले कॉल सेंटर के 50 कर्मचारियों को गिरोह की ओर से 15 हजार रुपये प्रति माह का भुगतान किया जा रहा था जो उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और जमालपुर के थे.
इस्तेमाल किए गए 1000 से ज्यादा सिम
गिरोह ने धोखाधड़ी के लिए एक हजार से ज्यादा सिम कार्ड्स और 530 मोबाइल हैंडसेट्स का उपयोग किया. बताया जाता है कि धोखाधड़ी के लिए फर्जीवाड़े से खोले गए बैंक खातों का उपयोग किया जाता था. धोखाधड़ी करने वाले पैसे निकालने के लिए जनसेवा केंद्र का उपयोग करते थे. ओडिशा पुलिस की टीम पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर रही है.
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