x
पश्चिम बंगाल। पश्चिम बंगाल का संदेशखाली जंग का अखाड़ा बन गया है. वहां की महिलाओं ने आरोप लगाया कि टीएमसी के नेताओं ने उनका यौन शोषण किया है. इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम एक्शन में आई है और पीड़ित परिवारों का हाल जानने पहुंची है. इस बीच, संदेशखाली की पीड़िताओं के लिए राजभवन के दरवाजे खोल दिए गए हैं. यहां पीस होम खोला गया है. जो पीड़िताएं वहां नहीं रह पा रही हैं, वे यहां आना चाहती हैं तो आकर रुक सकती हैं. तीन कमरे अलॉट किए गए हैं.
राज्यपाल सीवी आनंद बोस भी इस मामले पर नजर रख रहे हैं. राज्यपाल ने पीस होम खोलने का कदम उठाया है. राज्यपाल भी संदेशखाली गए थे. वहां पीड़िताओं ने आपबीती सुनाई थी और राज्यपाल को राखी बांधी थी. उसके बाद राजभवन में पीड़ित परिवारों के कई फोन भी आ रहे थे. इन पीड़िताओं का कहना था कि हम संदेशखाली से निकलना चाहते हैं. इसी को ध्यान में रखकर राज्यपाल ने गवर्नर हाउस में तीन कमरे अलॉट किए हैं. वहीं, बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी भी आज संदेशखाली पहुंचे हैं. उनके पहुंचने पर लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए.
बता दें कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने शुभेंदु अधिकारी को जाने से रोक लिया था, जिसके बाद कोलकाता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को संदेशखाली जाने की अनुमति दी थी. कोलकाता हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने राज्य सरकार के द्वारा लगाई गई धारा 144 को खारिज कर दिया था. कोर्ट ने यह भी कहा था कि शुभेंदु अपने किसी समर्थक को लेकर संदेशखाली नहीं जा सकते हैं. हालांकि, सुरक्षा कर्मियों को ले जाने की इजाजत दी थी.
Next Story