यूपी। लखनऊ में भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने गुरुवार को माल थाने के अंदर सब इंस्पेक्टर बलकरन यादव को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम के पकड़ते ही थाना परिसर में अफरा-तफरी मच गई। बलकरन ने जमीन के विवाद से जुड़े एक मामले में कोर्ट द्वारा मांगी गई आख्या पर रिपोर्ट लगाने के नाम पर पीड़ित से रुपये मांगे थे। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम उसे वहां से मलिहाबाद कोतवाली ले गई जहां से उसे कोर्ट भेजा गया था। आरोपी दरोगा को निलम्बित कर दिया गया है।
माल के सूर्तीखेड़ा गांव में 10 बिस्वा जमीन को लेकर कुछ समय पहले सुरफान और मेहंदी हसन व आरिफ के बीच झगड़ा हुआ था। इस हंगामे में सुरफान व परिवार के सदस्यों को काफी चोट आयी थी। पीड़िता ने थाने पर इस सम्बन्ध में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी पर कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर सुरफान ने कोर्ट में अर्जी दी थी। कोर्ट ने इस पर आदेश करने से पहले माल पुलिस से आख्या मांगी थी। सुरफान ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन से शिकायत की थी कि दरोगा बलकरन उसे रिपोर्ट लगाने के लिये कई बार दौड़ाये, फिर उससे पांच हजार रुपये देने को कहा। इस शिकायत पर ही भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम प्रभारी निरीक्षक नुरुल उदा खान के नेतृत्व में गुरुवार दोपहर माल थाने पहुंची थी।
इस टीम के सामने जैसे ही सुरफान ने दरोगा बलकरन को पांच हजार रुपये रिश्वत दी, तभी टीम ने उसे पकड़ लिया। बलकरन की गिरफ्तारी होते ही थाना परिसर में हड़कम्प मच गया। बलकरन ने पहले थोड़ी धक्का मुक्की कर खुद को बचाने की कोशिश की लेकिन सख्ती के आगे उसे शांत होना पड़ा। आनन फानन टीम के चार लोग उसे थाने के बाहर पकड़ कर जीप तक ले गये। यहां से उसे मलिहाबाद कोतवाली ले जाया गया।