सोर्स न्यूज़ - आज तक
एमपी। मध्य प्रदेश के रतलाम शहर में एक छात्रा ने शिक्षक की हरकतों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. वह छात्रा पर दोस्ती करने के लिए दबाव बना रहा था. इसके चलते छात्रा ने स्कूल जाना बंद कर दिया था. बेटी द्वारा परेशान होकर आत्महत्या करने से परिजनों में आरोपी शिक्षक के खिलाफ आक्रोश है. लोगों ने सैलाना थाने के सामने छात्रा का शव रखकर प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि 17 वर्षीय किशोरी सैलाना के एक स्कूल में पढ़ती थी. यहीं एक दिव्यांग शिक्षक उस पर दोस्ती करने का दबाव बना रहा था. विरोध करने पर वह धमकी देता था. शिक्षक की हरकतों से तंग आकर छात्रा ने स्कूल जाना बंद कर दिया था.
छात्रा के परिजन बतात हैं कि "स्कूल बंद कराने के बाद भी शिक्षक आशीष पाटीदार बेटी को फोन पर दोस्ती करने के लिए दबाव बनाता था. छह महीने पहले उसने घर आकर बेटी को डराया-धमकाया था. छात्रा ने पिता व भाई को इसकी जानकारी दी थी. तीन अक्टूबर को आशीष ने बेटी को हाईस्कूल के पास स्थित एक गोदाम में बुलाया. इस दौरान उनसे दोस्ती करने के लिए धमकी दी. इससे परेशान होकर बेटी ने घर जहर पी लिया. आशीष द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के चलते ही बेटी ने ये कदम उठाया है." बेटी के जहर पीने की जानकारी मिलते ही परिजन उसे इलाज के लिए सैलाना के सरकारी अस्पताल ले गए. जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था. हालत में सुधार नहीं होने पर मंगलवार को परिजन उसे बड़ोदरा (गुजरात) ले जा रहे थे. तभी रास्ते में उसने पेटलावद के पास दम तोड़ दिया.
जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजन शव लेकर सैलाना थाना के सामने पहुंचे. यहां सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन किया. पीड़ित परिवार की मांग है कि आरोपी आशीष के खिलाफ केस दर्ज किया जाए. करीब दो घंटे तक प्रदर्शन चलता रहा. इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर आशीष को गिरफ्तार कर लिया.