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छात्र की पीट-पीटकर हत्या, बदमाशों ने लाठी डंडे से ली जान

Nilmani Pal
27 Jan 2023 1:24 AM GMT
छात्र की पीट-पीटकर हत्या, बदमाशों ने लाठी डंडे से ली जान
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सोर्स न्यूज़    - आज तक  

चार पुलिसवाले सस्पेंड

यूपी। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में बेखौफ दबंगों ने चुनावी रंजिश में मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी. घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. हत्या की सूचना पर एसपी समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई. एसपी ने प्रथम दृष्टया पुलिस की लापरवाही मिलने पर बाघराय थाने के प्रभारी समेत 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया.

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. परिजनों ने घटना के विरोध में शव रखकर आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके घर पर बुलडोजर चलाने की मांग की. गांव में कई थानों की फोर्स तैनात की गई है. यह मामला बाघराय कोतवाली के रोर गांव का है. यहां चुनावी रंजिश में शुक्रवार शाम मेडिकल की तैयारी कर रहे सुशील पांडेय को गांव के कुछ लोगों ने लाठी डंडे से बेरहमी से पीटा, जिससे सुशील की मौत हो गई. सुशील के परिजनों ने गांव के विक्कू सिंह, रन बहादुर और उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगाया है. पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव को घर के सामने रखकर धरने पर बैठ गए.

घटना की जानकारी मिलने पर कौशांबी से बीजेपी सांसद विनोद, भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्रा, शिव प्रकाश सेनानी और समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष समेत कई नेता पीड़ित के घर पहुंचे. सभी ने पुलिस से आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की. हालांकि मामला दो दिन पुराना है. मृतक के चाचा प्रधान प्रतिनिधि संतोष पांडेय ब्लॉक में प्रधानमंत्री आवास के सिलसिले में गए थे. वहीं, प्रधानी के चुनाव में रंजिश रखने वाला विपक्षी रन बहादुर भी मौजूद था. संतोष पांडेय का आरोप है कि रन बहादुर से आवास चयन को लेकर विवाद होने लगा. उसने अपने घर से 8-9 लोगों को बुला लिया.

संतोष पांडेय ने कहा कि बाघराय एसएचओ को मामले की जानकारी दी. पुलिस के आने से पहले ही वे लोग आ गए और मारपीट करने लगे. वहां से जान बचाकर भागा. उसी दौरान किसी ने भाई को फोन कर दिया. भाई मौके पर पहुंचे तो आरोपी उन्हें भी पीटने लगे. आरोपियों ने बेटे और बुजुर्ग मां को भी पीटा. संतोष ने कहा कि अगर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया होता तो भतीजे सुशील की हत्या नहीं हुई होती. परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से किया इनकार कर दिया. उनकी मांग है कि आरोपियों को अरेस्ट कर उनके घर पर बुलडोजर चलाया जाए. गांव में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने मामले में लापरवाही बरतने वाले एसएचओ बाघराय अवन कुमार दीक्षित समेत चार को निलंबित कर दिया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें लगा दी गईं हैं.

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