बिहार के गया में अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नर्सिंग हॉस्टल में जीएनएम सेकंड ईयर की छात्रा ने बीती देर रात हॉस्टल की छत से छलांग लगा दी. उसके गिरने की आवाज सुनकर मौके पर हॉस्टल में मौजूद स्टाफ पहुंच गया. छात्रा को गंभीर घायलवस्था में उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर होने पर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया. जीएनएम सेकंड ईयर की छात्रा बबिता द्वारा उठाये गए इस कदम से हर कोई हैरान है. बताया गया है कि वह देर रात हॉस्टल की छत पर पति से फोन पर बात कर रही थी. हालांकि उसने ये आत्मघाती कदम क्यों उठाया है, इस बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं हो सकी है.
ANMMCH के प्रभारी अधीक्षक डॉ. पीके अग्रवाल ने बताया कि छात्रा ने छत से छलांग क्यों लगाई, इस संबंध में जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि रात के समय हॉस्टल में नाइट गार्ड के अलावा वार्डन व अन्य स्टाफ भी मौजूद रहता है. उनके रहते हुए ये सब कैसे हुआ, इस संबंध में भी जांच की जाएगी. घायल छात्रा के परिजनों ने बताया कि बेटी ने ये कदम क्यों उठाया, उन्हें भी पता नहीं है. रात को उनके पास खबर आई थी, कि बेटी ने आत्महत्या का प्रयास किया है, इसके बाद वे सुबह घर से पटना आने के लिए निकल लिए. यहां बेटी की हालत गंभीर है, उससे कुछ बात नहीं हो पाई है.
वहीं नर्सिंग छात्रावास की प्रभारी अमिता कुमारी ने बताई कि गुरुवार रात करीब 11 बजे की ये घटना है. कुछ गिरने की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद छात्राओं ने शोर मचाना शुरू कर दिया, जब मौके पर पहुंची, तो वहां बबिता खून से लथपथ हालत में पड़ी हुई थी. हालांकि जब पुलिस ने इस मामले में घायल छात्रा बबिता से बात की, तो उसने कहा कि पैर फिसलने के कारण वह गिर गई थी. डॉक्टर ने बताया कि छात्रा की रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट है.