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कड़ी चेतावनी दी गई! श्रद्धालुओं के साथ ठगी की घटना की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय तक हुई, मचा हड़कंप

jantaserishta.com
25 Sep 2022 10:46 AM GMT
कड़ी चेतावनी दी गई! श्रद्धालुओं के साथ ठगी की घटना की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय तक हुई, मचा हड़कंप
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक | फाइल फोटो
पुलिस-प्रशासन भी एक्टिव मोड में आ गए.
वाराणसी: वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में कॉरिडोर निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है. बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने पहुंच रहे हैं तो वहीं दर्शन कराने के नाम पर ठगी की घटनाएं भी सामने आई हैं. विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ ठगी की घटना की शिकायत अब प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच गई है.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक विश्वनाथ मंदिर में दर्शन कराने के नाम पर ठगी का मामला पीएमओ पहुंचा तो पुलिस-प्रशासन भी एक्टिव मोड में आ गए. आनन-फानन में वाराणसी पुलिस ने फूल-माला और प्रसाद के दुकानदारों की बैठक बुला ली और उनको रेट लिस्ट जारी करने का अल्टीमेटम दे दिया. पुलिस ने कड़ी चेतावनी दी और साफ किया कि अगले कुछ दिनों में व्यापारी रेट लिस्ट तैयार कर लें और स्वीकृति के बाद इसी के हिसाब से वाजिब दर पर ही फूल-माला और प्रसाद की बिक्री होगी.
पुलिस ने दुकानदारों को ये चेतावनी भी दी कि अगर कहीं कोई बच्चा काम करते मिला तो बाल श्रम कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बताया जा रहा है कि दिल्ली के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति से दर्शन कराने के नाम पर एक पंडा ने पांच हजार रुपये ऐंठ लिए. ठगी के शिकार हुए व्यक्ति ने इस संबंध में लिखित शिकायत पीएमओ से कर दी. मामला यूपी पुलिस-प्रशासन तक पहुंचा और अब वाराणसी में स्थानीय स्तर पर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं से धन उगाही पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस एक्शन में आ गई है.
वाराणसी के चौक थाने में विश्वनाथ मंदिर के आसपास फूल माला और प्रसाद के दुकानदारों की बैठक बुलाई गई जिसमें खुद ACP दशाश्वमेध अवधेश पांडेय भी मौजूद रहे. एसीपी ने दुकानदारों से कहा कि आज उनकी नौकरी खतरे में आ चुकी है. PMO से लेटर आया है कि दिल्ली के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति के साथ आए छह लोगों को फूल-माला के दुकानदार के सहयोग से एक पंडा ने फ्री में दर्शन करा दिया और बगैर किसी टिकट के बाबा विश्वनाथ का स्पर्श भी करा दिया लेकिन इसके बाद बाहर आकर पांच हजार रुपये ऐंठ लिए.
एसीपी के मुताबिक दिल्ली वापस लौटने के बाद उस श्रद्धालु ने PMO में लिखित शिकायत कर दी. इसके बाद DG ऑफिस के साथ ही मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए ट्वीट भी कर दिया. विश्वनाथ मंदिर से एक पुलिस अधिकारी को हटा भी दिया गया. उन्होंने दुकानदारों से बाबा विश्वनाथ के नाम पर धोखा देना बंद करने के लिए कहा और ये निर्देश भी दिए कि फूल की डलिया पर लोगो बनवा लें और पंजीकरण करा लें.
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