रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने की बिहार के लोगों को सजग रहने की अपील
बिहार। राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार की राजनेताओं को सवालों के घेरे में खड़ा किया है. जनसुराज पदयात्रा के दौरान पश्चिमी चंपारण के चौमुखा पंचायत में प्रशांत किशोर ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, बिहार में नेता को इस बात का आभास हो गया है कि जनता उन्हें 10 दिन सुनाएगी, सर नीचे झुकाएंगे ,लोग उन्हें गाली देंगे ,उठक-बैठक करवाएंगे, भला-बुरा बोलेंगे लेकिन वोट उन्हीं को देंगे.
उन्होंने कहा कि यहां के नेताओं को भी यह बात समझ आ गई है कि उन्हें केवल चुनावी 10 दिन जनता से सुनने मिलेगा. उसके बाद आने वाले 5 साल उनकी मौज होगी. लोगों को समझाते करते हुए प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि अगर आप आगे भी ऐसे ही वोट करते रहे तो अपनी दशा के लिए आप खुद जिम्मेदार होंगे, इसलिए आपको अपने भविष्य के लिए खुद सजग होना पड़ेगा. बता दें कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पिछले एक महीने से करीब 3500 किलोमीटर की जनसुराज पद यात्रा पर निकले हैं. 2 अक्टूबर से शुरू हुई इस पदयात्रा को 36 दिन हो गए हैं. इस यात्रा में प्रशांत किशोर गांव-गांव जाकर लोगों से बातचीत कर रहे हैं और लोग उनके साथ जनसुराज पद यात्रा में जुड़ते भी जा रहे हैं.
पदयात्रा के एक महीने पूरे होने पर प्रशांत किशोर ने कहा था कि वे राजनीतिक दल बनाने को लेकर 11 या 12 नवंबर को ही फैसला लेंगे. पीके ने कहा था कि हम जल्द ही जन सुराज अभियान के जिला सम्मेलन की बैठक के बाद 11 या 12 नवंबर को अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने को लेकर निर्णय लेंगे.
महात्मा गांधी की जयंती पर यात्रा की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा था कि देश के सबसे गरीब और पिछड़े राज्य बिहार में व्यवस्था परिवर्तन का दृढ़ संकल्प है. बेहतर और विकसित बिहार के लिए जनसुराज. प्रशांत किशोर ने अपने जन सुराज अभियान की शुरुआत वैशाली से की थी. उन्होंने यात्रा शुरू करने से पहले कहा था कि नई राजनीतिक व्यवस्था के आंदोलन के लिए लोकतंत्र की भूमि वैशाली से बेहतर कोई जगह नहीं है. बताते चलें कि बिहार में 2 सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों का ऐलान रविवार को ही हुआ है. बिहार की गोपालगंज सीट पर बीजेपी की कुसुम देवी ने 1789 वोटों से चुनाव जीता. वहीं बिहार की मोकामा सीट पर आरजेडी की नीलम ने ये चुनाव 16707 वोटों से जीता.