पड़ोसी को सुनाई देती थी अजीब आवाज, शिकायत पर डीएसपी ने मारा छापा
बिहार। बिहार के नालंदा (Bihar Nalanda) में एक साइबर ठग गिरोह पुलिस की गिरफ्त में आया है. यहां एक पड़ोसी के सजग रहने के बाद एक बड़ा गिरोह पकड़ा गया है. पुलिस ने यहां एक मकान से चलाए जा रहे साइबर ठगी के अड्डे पर कार्रवाई की है और मौके से 11 ठगों को गिरफ्तार किया है साथ ही पुलिस ने उस मकान से 2,62,000 हजार नकद, 14 एटीएम कार्ड, चार बाइक, एक कार और 22 मोबाइल बरामद किया है. पुलिस ने यह कार्रवाई राजगीर थाना क्षेत्र के ठाकुर स्थान में स्थित एक मकान पर की है. दरअसल एक शख्स ने एसपी अशोक मिश्रा को फोन कर बताया कि उसके पड़ोस के मकान के कमरे से हैलो-हैलो की आवाज आती है. इसके बाद एसपी ने तुरंत डीएसपी प्रदीप कुमार को जांच कर छापेमारी करने का आदेश दिया.
वहां छापेमारी करने जब पुलिस पहुंची तो कमरे का नजारा देख कर दंग रह गई. यहां साइबर ठग ठगी का अड्डा चला रहा था और लोन देने और इनाम का झांसा देकर भोले-भाले लोगों को साइबर ठग, ठगने का काम कर रहे थे. गिरफ्तार साइबर ठगों की पहचान कतरीसराय थाना क्षेत्र के बिलारी गांव निवासी स्वर्गीय डोमन चौधरी के पुत्र राजेश कुमार, उमेश चौधरी के पुत्र राजाराम चौधरी, स्वर्गीय टूनु चौधरी के पुत्र अखिलेश कुमार, दुखन चौधरी के पुत्र विपिन कुमार, स्वार्थ रावत के पुत्र पवन कुमार, चंडी के माधोपुर गांव निवासी श्रवण साव के पुत्र संजय कुमार, कतरीसराय के सैदपुर गांव निवासी रामविलास पासवान के पुत्र राहुल कुमार के रूप में हुई है.
पुलिस ने इनसे पूछताछ और इनकी निशानदेही के आधार पर नवादा के वारसलीगंज थाना क्षेत्र के भवानी बिगहा गांव निवासी राजकुमार महतो के पुत्र रोशन कुमार, बिलारी गांव निवासी चुनेश्वर रविदास के पुत्र रोशन कुमार, सैदपुर गांव निवासी स्व. कमलेश प्रसाद के पुत्र अमन कुमार और इसी गांव के जयराम रावत के पुत्र प्रदीप कुमार को गिरफ्तार किया है.