झारखण्ड। रांची समेत लगभग पूरे झारखंड में मंगलवार शाम अचानक मौसम बदल गया। इस दौरान आंधी के साथ बारिश हुई। कई जगह ओले भी गिरे और वज्रपात हुआ। आंधी-बारिश और ओलावृष्टि से कई इलाकों में जमकर तबाही मची। पेड़ गिरने और वज्रपात से सात लोगों की मौत हो गई। वहीं दर्जनभर घायल हैं। रांची, पलामू और धनबाद में दो-दो की मौत हुई जबकि कोडरमा में एक की जान गई। मौसम विभाग ने राज्य में अगले चार दिनों तक तेज हवा और वज्रपात का यलो अलर्ट जारी किया है।
जानकारी के अनुसार रांची के टाटीसिलवे में आंधी-पानी से एक पेड़ गिर गया। इसमें एक युवक और एक छात्रा की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। मृतक सोनू साहू गोंदलीपोखर बेड़वारी का निवासी था। वहीं छात्रा ज्योति साहिबगंज की निवासी थी। घायलों में उदित मरांडी (साहिबगंज), आशा मुर्मू (गोड्डा) और झुनकी देवी (हेसल अनगड़ा) शामिल हैं। उधर, पलामू के मोहम्मदगंज में भी एक किशोर और एक बच्ची की मौत हो गई। थाना क्षेत्र के गाजी बिहरा मे ठनका से एक बच्ची की मौत हो गई। वहीं गोला पत्थर टोले में 13 वर्षीय बसंत की मौत वज्रपात से हुई। कोडरमा के चंदवारा में ठनके से एक युवक की मौत हो गई। वहीं धनबाद में वज्रपात की अलग-अलग घटनाओं में महिला और युवक की मौत हो गई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मध्यप्रदेश में उठे चक्रवात और उसके ओडिशा और झारखंड से गुजरने के कारण मौसम में यह बदलाव आया है।
आंधी और बारिश के कारण अधिकतम तापमान में सात डिग्री तक की गिरावट आई है। सबसे अधिक 17.6 मिमी बारिश पूर्वी सिंहभूम के बहरागोड़ा में दर्ज की गई। पलामू में जहां धूलभरी आंधी चली और बूंदाबादी हुई, वहीं गढ़वा में शाम करीब चार बजे तेज आंधी के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई। ओले गिरने से सब्जी की फसल को काफी नुकसान हुआ है।