बीजेपी सांसद की गाड़ियों पर पथराव, नेता सहित कई लोग घायल होने की खबर
प्रतापगढ़ के सांगीपुर विकास खंड में एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय जनता पार्टी के सांसद संगमलाल गुप्ता के पार्टी कार्यकर्ताओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई है. आरोप है कि कांग्रेसियों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. इसके बाद सांसद संगमलाल गुप्ता की कई गाड़ियों को पथराव और लाठी-डंडे से क्षतिग्रस्त कर दिया. मारपीट की इस घटना में कई कार्यकर्ता और पुलिस के कई लोगों के घायल होने की सूचना है.
सांगीपुर विकास खंड में आयोजित आरोग्य मेले में बीजेपी सांसद के पहुंचने पर हंगामा हो गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रमोद तिवारी और विधायक आराधना मिश्र मोना पहुंचे थे. लेकिन दोनों दलों बीजेपी समर्थकों और कांग्रेस समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई और अफरातफरी मच गई. आरोप है कि कांग्रेसियों की संख्या अधिक होने के कारण भाजपाइयों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया. उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ सांगीपुर ब्लॉक परिसर में चल रहे गरीब कल्याण दिवस पर आयोजित जन आरोग्य मेले में कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए दोनों पक्षों के बीच जमकर नोक-झोंक हुई. मारपीट के बीच बीजेपी सांसद संगमलाल गुप्ता को जान बचाकर भागना पड़ा. दोनों तरफ से आधा दर्जन कार्यकर्ता और कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए. यह घटना सांगीपुर विकास खंड के अंदर घटी. बीजेपी सांसद पर हुए हमले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ' भाजपा सरकार में जिस तरह सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन-संरक्षण दिया गया, उसका ख़ामियाज़ा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है. ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है. उप्र भाजपा सरकार में क़ानून-व्यवस्था फ़रार है. जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता.'
सांगीपुर ब्लॉक परिसर में आज शनिवार को आयोजित आरोग्य मेले में पहले से पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी और विधायक रामपुर खास व नेता विधानमंडल दल यूपी आराधना मिश्र को दो बजे से मुख्य अतिथि बनाया गया था. उसके बाद तीन बजे से बीजेपी सांसद संगमलाल गुप्ता को मुख्य अतिथि बनाया गया था.
भाजपा सरकार में जिस तरह सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन-संरक्षण दिया गया, उसका ख़ामियाज़ा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है। ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 25, 2021
उप्र भाजपा सरकार में क़ानून-व्यवस्था फ़रार है।
जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता। pic.twitter.com/0p25LDNEQz